कांग्रेस ने मणिपुर में हिंसा को लेकर शनिवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह देश के विभिन्न हिस्सों तथा दूसरे देशों की यात्रा कर रहे हैं, लेकिन इस अशांत प्रदेश में जाने से जानबूझकर बच रहे हैं। मणिपुर में पिछले साल मई से अब तक मैतेई और कुकी समुदायों के बीच संघर्ष में 200 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”तीन मई, 2023 को मणिपुर में हिंसा भड़की और जलने लगा। 3 जून, 2023 को हिंसा और दंगों के कारणों तथा इसके फैलने की जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया था। इसे अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए छह महीने का समय दिया गया था।” उन्होंने कहा कि अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं सौंपी गई है तथा आयोग को ऐसा करने के लिए अभी 24 नवंबर 2024 तक का समय दिया गया है। रमेश ने कहा कि इस बीच मणिपुर के लोग निरंतर पीड़ा का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ”नॉन-बायोलॉजिकल” प्रधानमंत्री देश के अन्य हिस्सों और विदेश में यात्रा करने की योजना बनाते रहते हैं तथा इस सबसे अशांत राज्य की यात्रा को जानबूझकर टालते रहते हैं।