खुले में कचरा जलाने से रोकने के लिए छह नवंबर से शुरू होगा अभियान, 588 टीम तैनात होंगी: गोपाल राय

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दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर लोगों को खुले में कचरा जलाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार से अभियान शुरू किया जाएगा। राय ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) सहित विभिन्न नागरिक एजेंसियों की 588 टीम को पूरी दिल्ली में खुले में कचरा जलाने की घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए तैनात किया जाएगा। राय ने कहा, ”दिवाली के बाद दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 400 पर पहुंच गया है और मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अगले 10 दिन महत्वपूर्ण होने जा रहे हैं। मैंने स्थिति का जायजा लेने के लिए आज 33 विभागों के साथ बैठक की और हालात को काबू में करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की। सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।’

पर्यावरण मंत्री ने यह भी कहा कि उन्होंने दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव से कृत्रिम बारिश की अनुमति देने का अनुरोध किया है। राय ने कहा, ”मैं केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से अनुरोध करना चाहता हूं कि वे अधिकारियों के साथ बैठक के लिए समय निकालें और दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने की अनुमति दें। मेरा मानना है कि इससे प्रदूषण कम करने में मदद मिलेगी और दिल्लीवासियों को कुछ राहत मिलेगी।” प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों का ब्योरा साझा करते हुए राय ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शीतकालीन कार्य योजना के कार्यान्वयन के बाद से 7,900 से अधिक स्थलों का निरीक्षण किया गया है।

मंत्री ने बताया कि व्यापक स्तर पर उल्लंघन करने वाले 428 दोषियों पर 63 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रमुख स्थानों पर 68 ‘एंटी-स्मॉग गन’ स्थापित किए हैं, साथ ही इमारतों की छतों पर 146 अतिरिक्त स्थिर ‘एंटी-स्मॉग गन’ और विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में प्रदूषण के लिहाज से ‘हॉटस्पॉट’ माने जाने वाले स्थानों पर 200 ‘मोबाइल एंटी-स्मॉग गन’ तैनात किए हैं। प्रदूषण उल्लंघन के लिए कुल 76,598 वाहनों पर जुर्माना लगाया गया है और 3,248 पुराने वाहन जब्त किए गए हैं। पराली जलाने के संबंध में राय ने कहा, ”हमने 3,298 एकड़ से अधिक क्षेत्र में जैव अपघटक का छिड़काव किया है तथा इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने यह भी बताया कि विभिन्न नागरिक एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे रात्रि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को हीटर उपलब्ध कराएं, ताकि सर्दियों के दौरान खुले में कचरा जलाने की घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने कहा, ”दिल्ली सरकार पहले से ही धूल प्रदूषण, पराली जलाने और वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन के मुद्दों से निपटने के लिए अभियान चला रही है। जैसे-जैसे सर्दी आ रही है, खुले में आग जलाना एक अतिरिक्त चिंता का विषय बन गया है, जो प्रदूषण में योगदान दे रहा है। इसलिए, खुले में आग जलाने के खिलाफ अभियान इस बुधवार से शुरू होगा।” उन्होंने कहा, ”इस मुद्दे की निगरानी और प्रबंधन के लिए कुल 588 टीम तैनात की जाएंगी। इसके अलावा सभी विभागों को निर्माण स्थलों सहित रात्रि पाली में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए अनिवार्य रूप से हीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।” दिल्ली में मंगलवार को भी प्रदूषण का स्तर अधिक रहा और कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी के करीब पहुंच गई।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एक्यूआई) के आंकड़े के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 384 दर्ज किया गया। सोमवार को शाम चार बजे तक दर्ज पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई 381 था, जो देश में दूसरा सबसे अधिक एक्यूआई है। दिल्ली में मंगलवार को भी प्रदूषण का स्तर अधिक रहा और कुछ इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी के करीब पहुंच गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एक्यूआई) के आंकड़े के अनुसार, सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 384 दर्ज किया गया। सोमवार को शाम चार बजे तक दर्ज पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई 381 था, जो देश में दूसरा सबसे अधिक एक्यूआई है। राजस्थान के श्री गंगानगर में देश में सबसे खराब एक्यूआई दर्ज किया गया।