मेयर चुनाव का बहिष्कार करेगी आम आदमी पार्टी : डॉ. शैली ओबेरॉय

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नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को होने जा रहे दिल्ली नगर निगम के महापौर और उप महापौर के चुनाव का पूरी तरह से बहिष्कार करने का एलान किया है। ‘आप’ की नेता एवं दिल्ली की पूर्व मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने गुरुवार को कहा, पार्टी इस बार मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में भाग नहीं लेगी। अब दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार है। केंद्र और राज्य के अलावा अब निगम में भी भाजपा का बहुमत है। अब भाजपा पूरी तरह से दल्लिी को संभाले। हमें उम्मीद है कि भाजपा दिल्ली की जनता से किए अपने सारे वादों को पूरा करेगी और कोई भी बहाना नहीं बनाएगी। आम आदमी पार्टी विपक्ष की भूमिका बड़ी रचनात्मक तरीके से निभाएगी और भाजपा को उसकी जिम्मेदारी याद दिलाएगी।

सुश्री ओबेरॉय ने कहा कि दिल्ली नगर निगम की ‘आप’ सरकार ने जनता के हित में बहुत सारे काम किए। निगम निगम के सभी कर्मचारियों को नियमित करने का सबसे बड़ा वादा किया गया था। इसकी प्रक्रिया शुरू की गई। निगम के कर्मचारियों को समय पर सैलरी मिलने लगी। उन्होंने कहा, दिल्ली की जनता के काम रोकने के लिए भाजपा ने निगम के आयुक्त पर दबाव डाला कि कर्मचारियों को नियमित करने और हाउस टैक्स में छूट देने के पास हुए प्रस्ताव को लागू न किया जाए। दूसरी तरफ, भाजपा के इशारे पर निगम के आयुक्त ने दिल्ली के लोगों पर यूजर चार्जेज का बोझ अलग से लाद दिया। आम आदमी पार्टी ने हमेशा दिल्ली की जनता के हितों की लड़ाई लड़ी है।

आम आदमी पार्टी की सरकार ने ऐसी नीतियां लाई, जिससे दिल्ली की जनता का भी काम हुआ और नियमित होने का इंतजार कर रहे हजारों कर्मचारियों के लिए भी नीतियां लाई गई। निगम के नेता सदन मुकेश गोयल ने कहा, पिछले दो वर्षों में निगम की ‘आप’की सरकार ने दिल्ली की जनता के लिए जो भी योजनाएं लेकर आई, उसे भाजपा के दबाव में निगमायुक्त ने रद्दी की टोकरी में डाल दिया। हमने हाउस टैक्स के प्रस्ताव लाए। इसमें दिल्ली की जनता को छूट थी कि 100 गज से कम के मकान का हाउस टैक्स माफ होगा और 100 से 500 वर्ग गज तक का हाउस टैक्स आधा होगा। यह दिल्ली की जनता को बहुत बड़ी राहत देने की बात थी। यह प्रस्ताव सदन से पास हुआ। इसके बावजूद भाजपा के दबाव में निगमायुक्त ने इसे लागू नहीं किया। इसके अलावा हमने विभिन्न विभागों के 12,000 कर्मचारियों को पक्का करने का प्रस्ताव पास किया और इसके लिए बजट का प्रावधान किया। इसके बाद भी निगमायुक्त इस पर कुंडली मारकर बैठे हैं। श्री गोयल ने कहा, हमारी पार्टी ने महापौर और उपमहापौर के चुनाव में उम्मीदवार खड़ा नहीं करने का निर्णय लिया है। हम मेयर चुनाव का बहिष्कार करेंगे। भाजपा को अब सत्ता मिलने जा रही है। उनका महापौर बनने जा रहा है। दिल्ली की जनता से भाजपा ने जो वादे किए थे और जो प्रस्ताव हाउस से पास हुए हैं, उनकी जिम्मेदारी अब भाजपा की है कि वे उसे लागू करवाएं।