नई दिल्ली। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार दौरे के बीच सोमवार को भागलपुर की प्रस्तावित बिजली परियोजना को लेकर सवाल खड़े किए और दावा किया कि चुनाव में हार तय देखते हुए अदाणी समूह को 1,050 एकड़ जमीन की सौगात दी गयी। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने यह आरोप भी लगाया कि यह ‘डबल लूट’ है क्योंकि इस सयंत्र से बनने वाली बिजली बिहार के लोगों को 6.75 रुपये प्रति यूनिट बेची जाएगी जबकि दूसरे कुछ राज्यों में तीन-चार रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली बेची जा रही है। कांग्रेस के आरोपों पर अदाणी समूह और बिहार सरकार की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को पूर्णिया जिले का दौरा कर रहे हैं और 36,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। वह भागलपुर के पीरपैंती में 800 मेगावाट की तीन ताप विद्युत परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि यह बिहार में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा, 25,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘बिहार में भागलपुर के पीरपैंती में 10 लाख पेड़, 1,050 एकड़ जमीन ‘राष्ट्र सेठ’ गौतम अदाणी को बिजली संयंत्र लगाने के लिए एक रुपये प्रतिवर्ष पर 33 साल के लिए दे दी गई।’
उन्होंने दावा किया कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बिहार दौरे पर थे वहां के ग्रामीणों को नजरबंद कर दिया गया ताकि वे धरना न दे सकें। खेड़ा ने कहा, ‘महाराष्ट्र में जब चुनाव हुए तो उससे पहले बिजली संयंत्र परियोजना और धारावी गौतम अदाणी को दे दिया। इसी तरह, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव से पहले परियोजनाएं अदाणह समूह को दी गई।’ कांग्रेस नेता ने दावा किया कि जब भाजपा को लगता है कि वह चुनाव हार जाएगी तो उससे पहले गौतम अदाणी को सौगात दे जाती है। खेड़ा ने यह दावा किया कि बिहार की जमीन पर, बिहार के पैसे से बना हुआ संयंत्र, बिहार के कोयले से बनी हुई बिजली, बिहार के लोगों को ही 6.75 रुपये प्रति यूनिट में बेची जाएगी। उनका कहना था, ‘यह लूट के बाद ‘डबल लूट’ है।