बिहार में नहीं है ‘डबल इंजन’ सरकार, सब कुछ दिल्ली से नियंत्रित होता है: प्रियंका गांधी

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कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को बिहार में बेरोजगारी और पलायन के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में ”डबल इंजन की सरकार” नहीं है, क्योंकि ”सब कुछ दिल्ली से नियंत्रित किया जाता है।” बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बेगूसराय में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रियंका ने आरोप लगाया कि केंद्र और राज्य, दोनों जगह राजग की सरकारें ”विभाजनकारी राजनीति” और ”झूठे राष्ट्रवाद” का सहारा लेकर लोगों का ध्यान असली मुद्दों से भटकाने का प्रयास कर रही हैं। कांग्रेस सांसद ने कहा, ”मतदान का अधिकार भारतीय संविधान का सबसे बड़ा वरदान है, लेकिन राजग सरकार ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के जरिए लोगों के वोट का अधिकार कमजोर कर दिया, जिसमें 65 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए।

उन्होंने कहा, ”बिहार में कोई डबल इंजन सरकार नहीं है, बल्कि एक ही इंजन है… सब कुछ दिल्ली से नियंत्रित किया जाता है। न तो आपकी सुनी जाती है और न ही आपके मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सम्मान होता है।” प्रियंका ने मतदाता सूची की समीक्षा प्रक्रिया को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ”मतदाताओं के नाम हटाना लोगों के अधिकारों का हनन है।” कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया, ”पहले उन्होंने लोगों को बांटा, फिर लड़ाई करवाई, लेकिन जब जनता का ध्यान असली मुद्दों से नहीं हटा सके, तो अब वोट चुराने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने सवाल किया, ”जब शीर्ष राजग नेता यहां आते हैं, तो क्या बात करते हैं? या तो 20 साल आगे की बातें करते हैं या फिर बीते जमाने की। नेहरू जी, इंदिरा जी की आलोचना करते हैं, लेकिन बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों पर कुछ नहीं कहते।’

प्रियंका ने कहा, ”मैं भी अतीत की बात करती हूं – कारखाने किसने लगाए? आईआईटी और आईआईएम किसने स्थापित किए? इसका उत्तर है – कांग्रेस और नेहरू जी।” प्रियंका ने आरोप लगाया कि राजग सरकार ”विभाजनकारी राजनीति और झूठे राष्ट्रवाद” का इस्तेमाल करके चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है और जनता का ध्यान वास्तविक समस्याओं से हटा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार ने देश के विकास में बहुत योगदान दिया, लेकिन इस राज्य को जितना विकसित होना चाहिए था, उतना नहीं हुआ। कांग्रेस सांसद ने जनता से अपील की, ”सरकार के झूठे वादों में मत फंसिए।” प्रियंका ने राजग शासन में निजीकरण बढ़ने का आरोप लगाते हुए कहा, ”प्रधानमंत्री ने बड़े सार्वजनिक उपक्रमों को अपने उद्योगपति मित्रों को सौंप दिया है।