दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को पहली बार उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कई जटिल मुद्दों का समाधान केंद्र और राज्यों की सामूहिक भागीदारी से ही संभव है। उत्तरी क्षेत्रीय परिषद में हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और चंडीगढ़ शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के फरीदाबाद में परिषद की 32वीं बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें सदस्य राज्यों तथा केंद्र-शासित प्रदेशों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। रेखा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारी संघवाद को राष्ट्र निर्माण का एक मजबूत आधार स्तंभ बनाया है।
उन्होंने कहा, “उत्तरी क्षेत्रीय परिषद इस विचार को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए एक बेहद प्रभावी और परिणामोन्मुखी मंच है।” रेखा ने कहा कि परिषद ने केंद्र और राज्यों से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर खुली एवं रचनात्मक बातचीत प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में मदद की। उन्होंने कहा, “कई जटिल मुद्दों का समाधान केंद्र और राज्यों की सामूहिक भागीदारी से ही संभव है तथा परिषद इस संयुक्त प्रयास को और मजबूत बनाती है।
बैठक में उत्तरी राज्यों के मुख्यमंत्री-नायब सिंह सैनी (हरियाणा), सुखविंदर सिंह सुक्खू (हिमाचल प्रदेश), भगवंत मान (पंजाब), भजन लाल शर्मा (राजस्थान), उमर अब्दुल्ला (जम्मू-कश्मीर) के साथ-साथ पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना भी शामिल हुए।

