दिल्ली पुलिस का ऐक्शन: साइबर अपराध के खिलाफ विशेष अभियान के तहत 42 लोगों को किया गिरफ्तार

0
11

पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ एक विशेष अभियान के तहत दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में 42 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों पर धोखाधड़ी से जुड़े कई अंतर-राज्यीय मॉड्यूल में शामिल होकर पीड़ितों से 254 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने का आरोप है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि ‘ऑपरेशन साइहॉक’ के तहत छापेमारी के दौरान ये गिरफ्तारियां की गईं। पुलिस के अनुसार 23 प्राथमिकी दर्ज की गईं तथा आरोपियों से जुड़ी 377 एनसीआरपी शिकायतें पाई गईं। इसने बताया कि छापेमारी के दौरान कुल तीन लैपटॉप, दो कंप्यूटर सिस्टम, 43 मोबाइल फोन, 17 पासबुक, दो चेक बुक, 14 डेबिट कार्ड और 1.6 लाख रुपये नकद बरामद किए गए।

पुलिस ने कहा कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (आई4C) द्वारा चिह्नित ‘म्यूल अकाउंट’ के तकनीकी विश्लेषण से किशनगढ़ में चार निजी बैंक खातों में संदिग्ध गतिविधि का पता चला। ‘म्यूल अकाउंट’ का अर्थ है ”पैसे की हेराफेरी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बैंक खाता”। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान असगर अली (23) और अंकित सिंह (26) को गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ के बाद पुलिस कथित साजिशकर्ता रवि कुमार सिंह (31) तक पहुंची, जिसे नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद में सात दिनों तक पीछा करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि रवि नोएडा और कोटला मुबारकपुर में कथित तौर पर फर्जी कॉल सेंटर चलाता था और निजी एयरलाइन में नौकरी के फर्जी विज्ञापनों के जरिए पीड़ितों को फंसाता था।

इसने बताया कि वह एक अन्य आरोपी रवि मिश्रा की मदद से ‘म्यूल अकाउंट’ के जरिए भी ठगी की रकम भेजता था। पुलिस ने बताया कि तीन अतिरिक्त संदिग्धों राजन सिंह नेगी (32), कमलेश पाल (35) और 24 वर्षीय एक महिला को कोटला मुबारकपुर स्थित एक सक्रिय कॉल सेंटर से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि एक अलग मामले में, यह पाया गया कि राजेश कुमार के नाम पर बैंक खातों का इस्तेमाल कम से कम छह एनसीआरपी शिकायतों में धोखाधड़ी की आय निकालने के लिए किया गया था, जिसके बाद एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। इसने बताया कि मंडावली और नजफगढ़ में छापेमारी कर राजेश (31) और उसके तीन साथियों साजन कुमार (27), आकाश कुमार (25) और गोपाल यादव (25) को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस ने 17 पासबुक, आठ डेबिट कार्ड, तीन मोबाइल फोन और 1.6 लाख रुपये नकद बरामद किए। पुलिस ने बताया कि एक अन्य मामले में, ‘डायनेमिक ड्रीम्स’ के नाम से खोले गए एक चालू खाते से लगभग 186 करोड़ रुपये के नुकसान की 244 साइबर अपराध शिकायतें जुड़ी पाई गईं। इसने बताया कि मामला दर्ज कर निलोठी में छापेमारी के बाद खाताधारकों में से एक रंजीत सिंह (41) को गिरफ्तार कर लिया गया। इसने बताया कि एक अन्य मामले में, गायत्री कुमारी (23) के नाम से पांच बैंक खातों का पता चला, जिनमें 23 साइबर अपराध की शिकायतें थीं। पुलिस ने बताया कि गायत्री को डाबरी एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया और उससे पूछताछ के बाद अमन भारद्वाज (32) को भी गिरफ्तार किया गया। अमन के बारे में पुलिस का कहना है कि उसने ठगी गई रकम को ‘यूएसडीटी क्रिप्टोकरेंसी’ में बदलने में मदद की।