कांग्रेस ने सोमवार को दावा किया कि गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के दौरान पांच दिसंबर को आखिरी एक घंटे में 16 लाख वोट पड़े, जो ‘इच्छाधारी वोट का मॉडल’ है। पार्टी के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि भारत को ‘लोकतंत्र मुक्त’ बनाने की कोशिशों के खिलाफ आवाज उठाने की जरूरत है। खेड़ा ने संवाददाताओं से कहा, अखबारों में प्रकाशित कुछ खबरों में कहा गया है कि गुजरात में दूसरे चरण के चुनाव में आख़िरी एक घंटे में 16 लाख वोट पड़े। हम उम्मीदवारों से फ़ॉर्म 17सी एकत्र करने की कोशिश कर रहे हैं, जो निर्वाचन अधिकारी देते हैं, ताकि आख़िरी एक घंटे में पड़े वोट के आंकड़े का पता चल सके।
उन्होंने यह भी कहा, ”वड़ोदरा और अहमदाबाद संभागों में आख़िरी घंटे में बहुत ज़्यादा मतदान हुआ, सूरत और राजकोट में भी कहीं-कहीं ऐसा हुआ। एक वोट डालने में 60 सेकंड का वक्त लगता है, लेकिन शाम पांच से छह बजे के बीच औसतन एक वोट डालने में 45 सेकंड लगे। इन आंकड़ों के मुताबिक, तो एक-एक बूथ के बाहर अफ़रातफ़री, भगदड़ मच जानी चाहिए थी, लेकिन इतनी भीड़ वहां नहीं थी। खेड़ा ने दावा किया,”गुजरात में शाम 5 बजे से 6 बजे के बीच मत प्रतिशत में 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई; कई जगह वोट प्रतिशत में 11.5 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई। 60 सेकंड से कम समय में वोट डालना किसी मतदाता के लिए संभव नहीं है।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि वडोदरा में कुछ सीट पर आख़िरी एक घंटे के मतदान में 10-12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने दावा किया, इच्छाधारी वोट का यह नया मॉडल आ रहा है, साहेब की इच्छा करने से ही वोट पड़ जा रहे हैं। चुनाव-मुक्त भारत, लोकतंत्र-मुक्त भारत बनाने की कोशिश के ख़िलाफ़ गंभीरता से आवाज़ उठाने की जरूरत है। हालिया, गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 सदस्यीय विधानसभा में 156 सीट हासिल कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस 17 सीट पर सिमट गई।