देश के विभिन्न राज्यों में आम आदमी पार्टी (आप) के सभी निर्वाचित प्रतिनिधि और पदाधिकारी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में रविवार को यहां होने वाली राष्ट्रीय परिषद की बैठक के दौरान पूरे भारत में ‘आप’ के विस्तार की योजना पर चर्चा करेंगे। पार्टी सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बैठक में नेता देश के विभिन्न हिस्सों में ‘आप’ का आधार मजबूत करने के लिए अब तक उठाए गए कदमों पर चर्चा करेंगे और 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न राज्यों में अगले साल होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति बनाएंगे।
सूत्रों ने कहा कि बैठक में ‘आप’ के सभी 10 राज्यसभा सदस्य और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में ”महंगाई, बेरोजगारी और चीनी घुसपैठ” के मुद्दे पर भी चर्चा की जाएगी और उन पर अलग-अलग प्रस्ताव पारित किए जाएंगे। कापासहेड़ा के एक रिजॉर्ट में होने वाली यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ऐसे समय में हो रही है, जब गुजरात में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में ‘आप’ ने पांच सीटें जीती हैं और लगभग 13 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं, जिससे वह निर्वाचन आयोग से राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त करने के पात्र बन गई है।
इसके अलावा, ‘आप’ ने इस महीने की शुरुआत में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराकर नगर निकाय में उसके 15 साल के शासन को समाप्त कर दिया। पार्टी सूत्रों ने बताया कि दिनभर चलने वाली इस बैठक में गुजरात विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा होगी, जो दो चरणों में एक दिसंबर और पांच दिसंबर को हुए थे। ‘आप’ की गुजरात इकाई 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में 45 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद कर रही थी। बहरहाल, भाजपा त्रिकोणीय मुकाबले में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और उसने गुजरात में 156 सीटों पर जीत हासिल कर अपनी सत्ता बरकरार रखी।
कांग्रेस राज्य में मुख्य विपक्ष पार्टी बनी रही, लेकिन वह मात्र 17 सीटें और 27 प्रतिशत मत ही हासिल कर पाई। ‘आप’ ने गुजरात विधानसभा चुनावों में उसे काफी नुकसान पहुंचाया। पार्टी के एक सूत्र ने कहा, ”बैठक में गुजरात विधानसभा चुनाव में ‘आप’ के प्रदर्शन और राज्य में पार्टी के आधार को और मजबूत करने की योजना पर चर्चा होगी। सूत्रों के मुताबिक, ‘आप’ की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया, राज्य महासचिव मनोज सोरठिया, चुनावों के दौरान मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी का चेहरा घोषित किए गए इसुदन गढ़वी और राज्य से पार्टी के सभी पांच नवनिर्वाचित विधायक बैठक में उपस्थित रहेंगे।
एक अन्य सूत्र ने कहा, ”पंजाब, गोवा, गुजरात और एमसीडी चुनावों में पार्टी की उपलब्धियों के बाद पहली बैठक होने के कारण यह महत्वपूर्ण है। यह बैठक अधिक महत्वपूर्ण इसलिए भी है, क्योंकि ‘आप’ अब एक राष्ट्रीय पार्टी बन गई है और हमारे पास राष्ट्रीय विस्तार की योजना है। सूत्र ने बताया कि दिल्ली, पंजाब, गोवा और गुजरात से ‘आप’ के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों (विधायकों और सांसदों) के साथ-साथ पार्टी की राज्य इकाइयों के प्रमुख पदाधिकारियों को बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
उसने कहा, ”वे अपने-अपने राज्यों में राजनीतिक परिदृश्य पर बात करेंगे और पार्टी के आधार को मजबूत करने के लिए अब तक किए गए प्रयासों से परिषद को अवगत कराएंगे। वे पार्टी की भविष्य की योजनाओं को भी साझा करेंगे। सूत्र ने कहा कि उनके विचार सुनने के बाद पार्टी विभिन्न राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों पर मुख्य रूप से ध्यान देते हुए अपनी राष्ट्रीय विस्तार योजना को क्रियान्वित करने की रणनीति बनाएगी। पार्टी के एक अन्य सूत्र ने कहा कि पार्टी के चुनावी रणनीतिकार संदीप पाठक बैठक में ”परिषद के सदस्यों को पार्टी के विस्तार की योजना से अवगत कराएंगे। पाठक को हाल ही में ‘आप’ का राष्ट्रीय सचिव (संगठन) नियुक्त किया गया है। उन्हें पंजाब विधानसभा चुनावों में ‘आप’ की शानदार जीत का श्रेय दिया जाता है। वह गुजरात के लिए ‘आप’ के चुनाव प्रभारी भी थे। सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता दिनभर चलने वाली इस बैठक में मौजूद रहेंगे। ‘आप’ की राष्ट्रीय परिषद पार्टी की सर्वोच्च नीति-निर्धारक संस्था है।