कांग्रेस ने कुछ राज्यों के विधानसभा उप चुनावों में मिली जीत को उत्साहजनक करार देते हुए बृहस्पतिवार कहा कि पूर्वोत्तर के तीन प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के नतीजे निराशाजनक रहे हैं जिसके कारणों पर वह विचार करेगी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि कांग्रेस त्रिपुरा में वाम दलों के साथ वाले गठबंधन को बहुमत मिलने की उम्मीद कर रही थी और मेघालय में भविष्य को देखते हुए टिकट दिए गए थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ पार्टियां सोच रही थीं कि कांग्रेस के लोगों को तोड़कर मजबूत बन जाएंगी, लेकिन चुनाव के नतीजों से ऐसा होता नहीं दिख रहा है।
रमेश ने कहा, आज के नतीजे उत्साहजनक भी है और निराशाजनक भी। पश्चिम बंगाल के उपचुनाव में हम जीते हैं और विधानसभा में हमारा पहला विधायक होगा। महाराष्ट्र में 30 साल के बाद आरएसएस भाजपा के गढ़ (कस्बा) में कांग्रेस जीती है। तमिलनाडु में हमें बड़े अंतर से जीत मिली है। उन्होंने कहा, उप चुनाव के नतीजे सकारात्मक हैं और हमें विश्वास दिलाते हैं कि कांग्रेस की ओर से लोग देख रहे हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों में हम मानकर चल रहे थे कि हम अच्छा करेंगे, त्रिपुरा में बहुमत मिलेगा। उनका कहना था, ‘नगालैंड में हमें उम्मीद है कि हमारा मत प्रतिशत बढ़ेगा। मेघालय में हम मानकर चल रहे थे कि हम भविष्य के लिए कांग्रेस को बना रहे हैं। रमेश ने कहा, हम नतीजों को स्वीकारते हैं और हमें संगठन को मजबूत करना है। उन्होंने कहा, त्रिपुरा में बहुत बातचीत के बाद गठबंधन किया गया था और लोग मानकर चल रहे थे कि इस गठबंधन को बहुमत मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। ऐसा क्यों नहीं हुआ, हमें देखना होगा।