कांग्रेस ने बेंगलुरु में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोड शो के बाद शनिवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें कर्नाटक की जनता को यह बताना चाहिए कि प्रदेश में ’40 प्रतिशत कमीशन’ की व्यवस्था क्यों पनपने दी। कांग्रेस ने मोदी को ‘विकृति का मास्टर’ करार दिया जो केवल अपने भव्य तमाशे की परवाह करते हैं, ना कि जनता को होने वाली असुविधाओं की। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि क्या कभी प्रधानमंत्री मोदी को इतना परेशान देखा गया था? उन्होंने ट्वीट किया, ”इस बार परेशानी इतनी ज्यादा है कि दो दिनों में ’40 किलोमीटर’ रोड शो से पूरा शहर थम रहा है, अफरा-तफरी फैल रही है और महत्वपूर्ण परीक्षाएं दे रहे छात्रों में अनिश्चतता पैदा हो रही है। रमेश ने आरोप लगाया कि रोड शो के कारण उपजी ‘अराजकता’ के कारण एंबुलेंस जाम में फंस गईं।
उन्होंने ट्विटर पर यातायात जाम की तस्वीर भी साझा की। रमेश ने कहा कि मोदी को रविवार को प्रस्तावित रोड शो के द्वितीय चरण को निरस्त करना चाहिए। मोदी के रोड शो से पहले रमेश ने ट्वीट किया, विकृति और उकसावे के मास्टर (‘गाली’ संख्या 92?) आज बेंगलुरु आ रहे हैं। हम पहले से ही जानते हैं कि पूर्वाग्रह और कट्टरता को भड़काने के लिए वह क्या कहेंगे। एक अन्य ट्वीट में रमेश ने कहा, ”मोदी में यदि कोई शर्म बची है या उन्हें बेंगलुरु के लोगों की जरा सी भी चिंता है, तो वे तुरंत रोड शो के दूसरे चरण को रद्द कर दें। लेकिन हम सभी जानते हैं कि उन्हें बस अपने भव्य तमाशे की चिंता है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ट्वीट कर कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी, आज बेंगलुरु में ही हैं तो बताइए आख़िर आपने भ्रष्टाचार और 40 प्रतिशत कमीशन को क्यों पनपने दिया? इतनी शिकायतों के बावजूद कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा की ’40 प्रतिशत कमीशन सरकार’ ने स्कूलों, ठेकेदारों, शिक्षकों, इंजीनियर, मरीज़ों और यहां तक कि धार्मिक मठों को भी नहीं बख्शा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए प्रचार करते हुए शनिवार को बेंगलुरु में 26 किलोमीटर लंबा रोड शो किया। उनका रविवार को भी थिप्पसंद्र में केंपेगौड़ा की प्रतिमा से लेकर ट्रिनिटी सर्कल तक 10 किलोमीटर लंबा रोड शो करने का कार्यक्रम है।