भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की अगुवाई में पार्टी ने शहर में पेयजल की कमी को लेकर यहां जलबोर्ड कार्यालय वरूणालय के बाहर प्रदर्शन किया। वरूणालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं में कई के हाथों में तख्तियां थीं, जिनपर लिखा था, ”साफ पानी या इस्तीफा। विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी और कुलजीत सिंह चहल समेत भाजपा के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
सचदेवा ने एक ट्वीट में कहा, ”आज दिल्ली जल बोर्ड मुख्यालय पर हमने राष्ट्रीय राजधानी में पेयजल की किल्लत को लेकर केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा, ”दिल्ली में पानी की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जिस पॉश सिविल लाइन क्षेत्र में रहते हैं, वहां भी नल सूखे हैं और जो पानी आता है वह भी पीने योग्य नहीं है। उन्होंने ट्वीट में कहा, धिक्कार है ऐसे मुख्यमंत्री पर, जो अपने लिए शीशमहल तो बनाता है, लेकिन दिल्ली की जनता को साफ पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। हम इसी तरह जनता के हितों की लड़ाई लड़ते रहेंगे और निकम्मी एवं भ्रष्टाचारी केजरीवाल सरकार की पोल खोलते रहेंगे।
पुलिस के अनुसार करीब 10-12 प्रदर्शनकारी हिरासत में ले लिये गये, हालांकि कुछ समय बाद उन्हें छोड़ दिया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल में जल बोर्ड के अधिकारियों को शहर के कई हिस्सों में प्रदूषित पानी के मुद्दे का समाधान करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया था। केजरीवाल ने 14 जून को कहा था कि दिल्ली के जल संकट का अगले दो-तीन वर्ष में हल हो जाएगा। सरकारी अनुमान के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी के दो करोड़ बाशिंदों को करीब 1,300 एमजीडी पानी पेयजल एवं अन्य जरूरतों के लिए चाहिए। लेकिन दिल्ली जल बोर्ड करीब 1,000 एमजीडी ही जलापूर्ति कर पाती है, जिससे कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत है।
केजरीवाल ने कहा था कि डीजेबी की जलापूर्ति क्षमता 2015 के 85 एमजीडी से बढ़कर अब 1,000 एमजीडी हो गयी है तथा उन्होंने अगले दो-तीन सालों में उसे 1,200-1,300 एमजीडी करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। उल्लेखनीय है कि एक एमजीडी का अभिप्राय 10 लाख गैलन प्रतिदिन से है।