केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार करने के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की बुधवार को आलोचना करते हुए दावा किया कि यह उनकी भगवान राम के प्रति आस्था की कमी को दर्शाता है। ईरानी ने यहां बिहार भाजपा मुख्यालय में लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के संचार नेटवर्क को मजबूत करने के लिए आयोजित एक मीडिया कार्यशाला को संबोधित करते हुए उक्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया है कि सोनिया गांधी ने 22 जनवरी के (अयोध्या) समारोह का निमंत्रण अस्वीकार कर दिया है।
हम उनसे इससे कुछ अलग की क्या उम्मीद कर सकते हैं। लेकिन मुझे कहना होगा कि सोनिया गांधी ने दिखा दिया कि उन्हें भगवान राम में कोई आस्था नहीं है। कांग्रेस के एक बयान के अनुसार, सोनिया गांधी, पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने निमंत्रण को ‘सम्मानपूर्वक अस्वीकार कर दिया है। साथ ही पार्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने चुनावी लाभ के लिए इसे राजनीतिक परियोजना बना दिया है। ईरानी ने कहा, हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रूप में एक ऐसा नेता है जो लोकतंत्र के मंदिर और राम के मंदिर के लिए समान रूप से समर्पित है।