आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मंगलवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को आड़े हाथ लेते हुए दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ धनशोधन का मामला ‘सबसे बड़ी साजिश’ है। संजय सिंह का यह बयान दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अरविंद केजरीवाल की याचिका को खारिज किए जाने के बाद आया। केजरीवाल ने उच्च न्यायालय में दायर याचिका में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा धन शोधन मामले में अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए कहा कि किसी कानूनी प्रावधान का उल्लंघन नहीं हुआ है। धन शोधन का यह मामला कथित आबकारी घोटाले पर आधारित है। सिंह ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि पार्टी प्रमुख को इस मामले में उच्चतम न्यायालय से राहत मिल जाएगी। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पंजाब के ‘आप’ विधायकों और मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ बैठक के बाद संजय सिंह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
राज्यसभा सदस्य ने आरोप लगाया, ”मैं कह रहा हूं कि यह पूरा मामला आजादी के बाद देश की राजनीति में सबसे बड़ी राजनीतिक साजिश है।” उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को ‘गहरी साजिश के तहत गढ़ा’ गया है। सिंह ने दावा किया, ”इसके पीछे की मंशा किसी घोटाले की जांच करना नहीं है बल्कि दिल्ली की आप सरकार को अपदस्थ करना है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह आप की 10 वर्षों में राष्ट्रीय पार्टी बनने की उपलब्धि को ‘खत्म’ करने का एक प्रयास है। उन्होंने केजरीवाल के मामले का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ‘फर्जी’ गवाह बनाए गए हैं और ‘निराधार’ आरोप लगाए जा रहे हैं।
सिंह ने कहा, हमें पूरा भरोसा है कि जल्द ही केजरीवाल को उच्चतम न्यायालय से न्याय मिलेगा।” राज्यसभा सदस्य ने प्रवर्तन निदेशालय की जांच पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि एक पैसा भी बरामद नहीं किया गया है। उन्होंने भाजपा पर प्रतिद्वंद्वी नेताओं के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। धन शोधन रोधी एजेंसी की दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा देने से उच्च न्यायालय के इनकार के कुछ ही घंटे बाद ईडी ने केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी हिरासत की अवधि समाप्त होने पर निचली अदालत में पेश किए जाने के बाद उन्हें एक अप्रैल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था और इस समय वह तिहाड़ जेल में हैं।