भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूरा देश आबकारी नीति घोटाले में जेल चले जाने पर नैतिक आधार पर (मुख्यमंत्री पद से) अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की प्रतीक्षा कर रहा है। हालांकि आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि उसके राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को जेल में रखने के लिए ही ईडी ने उन्हें आरोपी बनाया है। ईडी ने आप संयोजक के खिलाफ दाखिल अपने आरोपपत्र में दावा किया है कि केजरीवाल ने गोवा के एक शानदार होटल में रूककर दिल्ली आबकारी नीति ‘घोटाले’ की ‘रिश्वत’ से मिले कथित 100 करोड़ रुपये के हिस्से का ‘सीधा उपयोग’ किया। संघीय जांच एजेंसी ने यह भी दावा किया कि इस संदर्भ में उनकी सरकार द्वारा गठित मंत्रियों के समूह भी एक ‘ढोंग’ है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूरी आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में गहराई तक डूबी हुई है। उन्होंने कहा, ‘सारे सबूत अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हैं, जिन्होंने मामूली आरोपों पर भी इस्तीफे की वकालत की थी। लेकिन पूरे मामले के दौरान और गिरफ्तारी के बाद भी वह मुख्यमंत्री पद पर बने हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘ईडी के आरोपपत्र में ‘आरोपी नंबर 37′ के तौर पर नाम आने के बाद दिल्ली में लोग नैतिक आधार पर उनके इस्तीफे का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, जब पूरी पार्टी ही घोटाले में फंस जाती है, तो इससे पार्टी के भविष्य पर बड़े सवाल उठते हैं।’ उधर आप के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक ने कहा कि ईडी के पास केजरीवाल या आप के खिलाफ कोई सबूत नहीं है और यह कदम दिल्ली के मुख्यमंत्री को जेल में रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।