निर्वाचित मंत्री को ध्वजारोहण करना चाहिए, इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: सिसोदिया

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दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में ध्वजारोहण कौन करेगा, इस पर उठे विवाद के बीच आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी निर्वाचित मंत्री द्वारा ऐसा करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। दिल्ली सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) ने अपने ही मंत्री गोपाल राय के इस निर्देश का पालन करने से इनकार कर दिया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उपराज्यपाल को लिखे पत्र के अनुसार शिक्षा मंत्री आतिशी के ध्वजारोहण करने के लिए बंदोबस्त किया जाए। हालांकि, उपराज्यपाल कार्यालय ने कहा है कि न्यायिक हिरासत में जेल में बंद केजरीवाल से कोई पत्र नहीं मिला है। तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने कहा है कि मुख्यमंत्री का लिखा पत्र उपराज्यपाल को इसलिए नहीं भेजा गया क्योंकि कारागार नियमों के अनुसार इसकी अनुमति नहीं थी।

सिसोदिया ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस तरह की संकीर्ण राजनीति की जा रही है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा, ”मैं अखबारों में पढ़ता हूं कि जब एक ठग सुकेश पत्र लिखता है तो तिहाड़ प्रशासन उसे उपराज्यपाल कार्यालय में पहुंचाता है। उपराज्यपाल भी इस पर तुरंत कार्रवाई करते हैं। लेकिन जब दिल्ली के मुख्यमंत्री पत्र लिखते हैं तो उपराज्यपाल तिहाड़ के अधिकारियों को कहते हैं कि इसे उन्हें नहीं भेजा जाए। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल कार्यालय को कायदे से तो तिहाड़ जेल के महानिदेशक कार्यालय से कहना चाहिए कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का पत्र भेजा जाए। उन्होंने कहा, लेकिन उन्हें आजादी या देश से कोई लेनादेना नहीं है।

सुकेश जैसे लोग उन्हें प्यारे हैं।” सिसोदिया ने कहा कि निर्वाचित सरकार या किसी मंत्री को ध्वजारोहण करना चाहिए। उन्होंने कहा, ”मुझे इसमें कोई कठिनाई नजर नहीं आती। उन्होंने आरोप लगाया, ”लेकिन उपराज्यपाल और उनके ‘बॉस’ से लोकतांत्रिक, संवैधानिक (मानदंडों) की उम्मीद करना बेमानी है। उनसे सिर्फ तानाशाही की उम्मीद की जाती है और हम वही करते हैं।” दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस समारोह में परंपरा के अनुसार मुख्यमंत्री केजरीवाल को ध्वजारोहण करना है, लेकिन वह इस समय आबकारी नीति से जुड़े एक मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं।