अभिषेक उपाध्याय। आम आदमी पार्टी की छवि पर भ्रष्टाचार का दाग चस्पा होता जा रहा है। सीबीआई की चार्जशीट दिल्ली से लेकर गोवा तक इसी भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रही है। सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि ‘आप’ के टिकट पर 2022 का गोवा विधानसभा चुनाव लड़ने वाले राज्य के दो पूर्व विधायकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें प्रचार अभियान संबंधी खर्चों के लिए पार्टी के एक स्वयंसेवक ने नकद भुगतान किया था। एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आबकारी नीति को अपने पक्ष में करने के लिए ‘साउथ ग्रुप’ की ओर से चुकाई गई कुल 90-100 करोड़ रुपये की अवैध धनराशि में से 44.5 करोड़ रुपये की नकदी चुनाव संबंधी खर्चों के लिए पार्टी की ओर से गोवा भेजी गई थी। ये सारी ही बातें पार्टी के भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान पर एक बहुत बड़े धब्बे की तरह हैं।
राजनीति वाकई अद्भुत है। एक दशक पहले जब अरविंद केजरीवाल बार-बार दिल्ली के रामलीला मैदान से कांग्रेस सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकते थे तो निशाने पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ही रहते थे। अब दस साल के बाद हालात ये हैं कि उसी रामलीला मैदान में अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल सोनिया गांधी के हाथ में हाथ डाले हुए जनता का अभिवादन स्वीकार कर रही हैं। ये उस दौर की कहानी है जब केजरीवाल जेल में बंद हैं और दिल्ली के सीएम की पत्नी के तौर पर सुनीता केजरीवाल खुलकर फ्रंटफुट पर हैं। दिल्ली के रामलीला मैदान में जब पूरा विपक्ष लोकतंत्र बचाओ रैली में पहुंचा तो वहां की एक तस्वीर की चर्चा जमकर हो रही है। ये तस्वीर है सोनिया गांधी और सुनीता केजरीवाल की। इस तस्वीर के मायने बेहद खास हैं। साथ में बैठे हुए। हाथ में हाथ डाले हुए। बेहद बेतकल्लुफी से बातें करते हुए। ये तस्वीर बहुत कुछ कह रही है।
अरविंद केजरीवाल के जेल में जाने के बाद ही यह चर्चा थी कि अब पार्टी को कौन संभालेगा। अरविंद केजरीवाल ने संदेश साफ कर दिया है कि सुनीता केजरीवाल आगे आ चुकी हैं। पार्टी पर अरविंद केजरीवाल और उनकी पत्नी का ही पूरी तरह से प्रभुत्व हो चुका है। यही दिखाई देता है।