आम आदमी पार्टी (आप) ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जासूसी कर रही है और उसके विशेष प्रकोष्ठ के अधिकारी सादे कपड़ों में पूरे दिन मुख्यमंत्री आवास के आसपास चक्कर काटते रहते हैं। हालांकि पुलिस ने इस आरोप का खंडन किया है। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा और संजय सिंह ने इस संबंध में दिल्ली के पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा को लिखा भी है। पुलिस सूत्रों ने जासूसी के आरोपों का खंडन किया और कहा कि विशेष शाखा के अधिकारियों को तैनात किया गया है ना कि विशेष प्रकोष्ठ के अधिकारियों को। उन्होंने कहा कि यह तैनाती प्रोटोकॉल के अनुसार विशिष्ट हस्तियों के मकानों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए की गई है।
सूत्र ने बताया, विशेष शाखा के अधिकारी दिल्ली पुलिस की आंख और कान की तरह हैं। वे खतरों का जायजा लेने के साथ ही यह पता लगाने की कोशिश करते हैं कि सुरक्षा कर्मी अपना काम गंभीरता से कर रहे हैं या नहीं, आगंतुकों की जांच की जा रही है या नहीं…। सूत्र ने कहा, वे ऐसी बातें पर रिपोर्ट तैयार करते हैं और अपने वरिष्ठों को देते हैं। उनका काम यह देखना है कि स्थानीय पुलिस और सुरक्षा कर्मी अपना काम सही से कर रहे हैं या नहीं। वे प्रतिष्ठित हस्तियों के आवास के आसपास के इलाकों और सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करते हैं। यह प्रोटोकॉल का हिस्सा है, जासूसी नहीं है। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई ने आरोप लगाया कि आप केजरीवाल के आधिकारिक आवास की मरम्मत के ‘घोटाले’ से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रही है। आप नेता भारद्वाज ने कहा, पिछले दो दिनों में हमारे सांसदों ने इस बेहद गंभीर मुद्दे पर पत्र लिखा है। उसके बाद उन्होंने सांसदों द्वारा लिखे गए पत्रों का कुछ हिस्सा पढ़ा।
उन्होंने कहा, मैं आपका ध्यान एक गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित करना चाहूंगा। दिल्ली के लोगों ने केजरीवाल को तीन बार मुख्यमंत्री बनाया है। सुरक्षा में चूक हुई है और उन पर हमले हुए हैं। पुलिस का काम नागरिकों की रक्षा करना है। लेकिन यह दुख की बात है कि वे लोग मुख्यमंत्री को भी सुरक्षित रखने में सफल नहीं हैं। कुछ ही दिन पहले उनके आवास के पास ड्रोन दिखा था, लेकिन इस सिलसिले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा, सांसदों ने यह भी इंगित किया है कि दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ के कुछ अधिकारी पूरे दिन केजरीवाल के आवास के बाहर जमे रहते हैं।
भारद्वाज ने कहा, पूछताछ करने पर, उन्होंने बताया कि वे विशेष ड्यूटी पर हैं। यह कौन सी खास ड्यूटी है। क्या दिल्ली के मुख्यमंत्री की जासूसी की जा रही है? दिल्ली पुलिस किस कानून के तहत अपने ही मुख्यमंत्री की जासूसी कर रही है? वे मुख्यमंत्री आवास पर आने वाले लोगों पर नजर रख रहे हैं। सांसदों ने पत्र में, राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की लचर होती स्थिति का भी मुद्दा उठाया। भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भाजपा आप को खत्म करना चाहती है। उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री के साथ हमारे मतभेद को दुनिया जानती है। प्रधानमंत्री राजनीतिक रूप से मुख्यमंत्री को खत्म करना चाहते हैं। वे आप को खत्म करना चाहते हैं। उन्हें इन सवालों का जवाब देना होगा….सादे कपड़े वाले पुलिसकर्मियों को क्या खास काम दिया गया है।
यह पूछने पर कि क्या पुलिसकर्मियों की संख्या मुख्यमंत्री आवास के पास ड्रोन मिलने की घटना के बाद बढ़ी हुई सुरक्षा का प्रतीक नहीं है, आप प्रवक्ता ने कहा कि जिस व्यक्ति की सुरक्षा बढ़ाई जाएगी, कम से कम उसे सूचित तो किया जाएगा। उन्होंने कहा, ”कोई वरिष्ठ अधिकारी मुख्यमंत्री को जानकारी देगा और पूछेगा ‘आप क्या चाहते हैं?’ प्रधानमंत्री को मुख्यमंत्री से ज्यादा सुरक्षा की आवश्यकता है। इसलिए, क्या पुलिस प्रधानमंत्री आवास के बाहर भी जासूसी कर रही है? अगर वहां भी ऐसा हो रहा है तो हम इसे स्वीकार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री आवास वाले क्षेत्र में कोई पुलिसकर्मी नहीं घूम सकता है।