आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने राष्ट्रीय राजधानी में कथित तौर पर बिगड़ती कानून व्यवस्था के खिलाफ दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना के कार्यालय के पास बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। ‘आप’ विधायकों ने राज्यपाल से मिलने के लिए दिल्ली विधानसभा से राज निवास तक मार्च किया। कार्यालय के बाहर सुरक्षा कर्मियों द्वारा रोके जाने पर उन्होंने वहीं धरना दे दिया। विधायकों ने राज्यपाल से मिलने के लिए पहले से समय नहीं मांगा था।
सक्सेना के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करते हुए विधायकों ने, उपराज्यपाल साहिब कुछ काम करें, दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर गौर करें जैसे नारे लगाए। ‘आप’ के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने पत्रकारों से कहा, सभी विधायक यहां उपराज्यपाल से मिलने, उनसे दिल्ली में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चर्चा करने और एक ज्ञापन सौंपने आए हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के खिलाफ अपराध काफी बढ़ गए हैं। राज्यपाल से मिलने के लिए पहले से समय मांगने के सवाल पर ग्रेटर कैलाश से विधायक ने कहा, हमने उन्हें (उपराज्यपाल कार्यालय) जानकारी दे दी है। वह (उपराज्यपाल) हमसे मिल सकते हैं… अगर वह चाहते हैं तो हम यहां इंतजार भी कर सकते हैं।
वहीं, आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्ला खान ने भाजपा नीत केंद्र सरकार पर दिल्ली में अपराध को नियंत्रण करने में विफल रहने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया, भाजपा दिल्ली में अपराधों को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं है। यहां अपराध दर बढ़ रही है और केंद्र चुपचाप बैठा है। उपराज्यपाल अपने शीर्ष नेतृत्व के इशारे पर काम कर रहे हैं। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए विधायकों से जगह खाली करने का आग्रह किया। आंदोलनकारी विधायकों के डटे रहने पर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ‘आप’ के 30 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर सिविल लाइंस थाने ले जाया गया। बाद में सभी को छोड़ दिया गया।