नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मुफ्त बिजली योजना की जांच का उपराज्यपाल वी के सक्सेना का आदेश गुजरात में अरविंद केजरीवाल के ”जीत के रथ” को रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ”एक और साजिश” है। आप ने कहा कि प्राधिकारी जांच कर सकते हैं, लेकिन दिल्ली और पंजाब में आप सरकार मुफ्त बिजली योजना का क्रियान्वयन नहीं रोकेगी। आप ने यह भी कहा कि वह सत्ता में आने पर गुजरात में भी हर घर को प्रति माह 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने की अपनी गारंटी को पूरा करेगी। गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की यह प्रतिक्रिया दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना द्वारा आप सरकार की बिजली सब्सिडी योजना में कथित अनियमितता की जांच के आदेश देने और सात दिनों में एक रिपोर्ट मांगने के बाद आयी है। आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया, भाजपा द्वारा नियुक्त दिल्ली के उपराज्यपाल ने गुजरात में अरविंद केजरीवाल के विजय रथ को रोकने के लिए भाजपा द्वारा रची गई एक और साजिश के तहत जांच का आदेश दिया है।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने साजिश इसलिए रची है, क्योंकि गुजरात के कोने-कोने में लोग चर्चा कर रहे हैं कि दिसंबर में आप की सरकार बनेगी और राज्य के हर घर को एक मार्च, 2023 से शून्य बिजली बिल मिलना शुरू हो जाएगा। भारद्वाज ने कहा, ”हम जांच का स्वागत करते हैं। जितना हो सके उतनी जांच करें। हालांकि, दिल्ली और पंजाब में बिजली सब्सिडी जारी रहेगी। यह नहीं रुकेगी। उन्होंने कहा, ”आप और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से मैं वादा करता हूं कि हमारी पार्टी की सरकार गुजरात में सरकार बनाने के बाद वहां भी मुफ्त बिजली देगी।