प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भारत को भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों से मुक्त कराने के उद्देश्य से कड़े कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ‘बादशाही’ मानसिकता वाले लोगों की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि ऐसे लोग 2014 से ही गरीबों, पिछड़ों और वंचितों का अपमान कर रहे हैं। भाजपा के 44वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा पहले से ही कहा जा रहा है कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता लेकिन पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘अति आत्मविश्वास’ की भावना से सचेत रहना होगा।
उन्होंने कहा, ”हमें दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है। लोगों ने अभी से कहना शुरू कर दिया है कि 2024 में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। यह बात सही भी है लेकिन हमें एक भाजपा कार्यकर्ता होने के नाते इस देश के हर नागरिक का दिल जीतना है। प्रधानमंत्री ने कहा, ”हमें चुनाव जीतने तक सीमित नहीं रहना है। कोटि-कोटि जनों के दिलों को जीतना हमारा मकसद है। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि इनकी संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है। अपनी सरकार के खिलाफ इन दलों द्वारा लगाए गए विभिन्न आरोपों का जिक्र किए बिना प्रधानमंत्री ने कहा कि वे अस्तित्व के संकट से जूझ रहे हैं और सत्तारूढ़ पार्टी के खिलाफ आरोप और साजिशों का सहारा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे नफरत और हताशा से भरे हुए हैं।
उन्होंने कहा, आज वे इतने हताश हो गए हैं कि उन्होंने खुलेआम यह कहना शुरू कर दिया है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। उन्होंने कहा कि गरीबों, आदिवासियों, पिछड़ों, दलितों और महिलाओं सहित अन्य लोगों का समर्थन कमल की रक्षा करता रहेगा और इसे खिलने में मदद जारी रखेगा। कमल भाजपा का चुनाव चिह्न है। मोदी ने कहा कि ‘बादशाही’ (सामंती) मानसिकता वाले ये लोग दूसरों के साथ, विशेष रूप से गरीबों और वंचितों के साथ गुलामों के जैसा व्यवहार करते थे, लेकिन इन लोगों को भाजपा ने 2014 से सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा, हमें हर चुनाव उसी तरह लड़ना है जैसे हम 80 के दशक से अभी तक लड़ते आए हैं। इस अवसर पर मोदी ने भगवान हनुमान और भाजपा के बीच समानताएं बताईं और कहा कि पार्टी नि:स्वार्थ सेवा के आदर्शों में विश्वास करती है। उन्होंने कहा कि आत्म संदेह को खत्म करने के बाद भगवान हनुमान की तरह ही भारत अपनी क्षमता का एहसास कर रहा है। मोदी ने कहा, अगर हम भगवान हनुमान का पूरा जीवन देखें तो उनमें ‘कर सकने वाला’ की प्रवृत्ति थी जिसकी वजह से उन्हें बड़ी सफलताएं हासिल हुईं। हनुमान जयंती बृहस्पतिवार को मनाई जा रही है।
मोदी ने मुफ्त राशन योजना, स्वास्थ्य बीमा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सामाजिक न्याय भाजपा के लिए आस्था का विषय है। भारत को लोकतंत्र की जननी करार देते हुए मोदी ने कहा कि प्रारंभ से ही भाजपा की आस्था जनता के विवेक पर रही है एवं दिनों दिन वह आस्था और मजबूत होती जा रही है। उन्होंने कहा, ”भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित है और भाजपा देश के लोकतंत्र व उसके संविधान को मजबूत करते हुए समर्पण भाव से दिन-रात देश के लिए काम कर रही है।
भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्षों में बहुत सारे दलों ने सामाजिक न्याय के नाम पर राजनीति का दिखावा किया और इन दलों के मुखिया अपने परिवार का भला करते रहे। मोदी ने कहा, उन्होंने समाज की कतई चिंता नहीं की जबकि भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, उसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है। 80 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का ही प्रतिबिंब है। 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5,00,000 रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की ही सशक्त अभिव्यक्ति है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सही अर्थों में देश के दबे कुचले समाज के लिए आशा की किरण बनी हुई है। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे दलों की संस्कृति परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है। उन्होंने कहा, जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है। कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है। खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है। भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज्यादा हासिल करने के लिए जी जान से खप जाना।
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों की संस्कृति में महिलाओं की चुनौतियों की परवाह ही नहीं की जाती है जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति महिलाओं के जीवन को आसान बनाना रही है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने कभी नहीं सोचा था कि अनुच्छेद 370 एक दिन इतिहास बन जाएगा और वह भाजपा के काम को पचा ही नहीं पा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने प्रौद्योगिकी का उपयोग करने और भाजपा कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया का बेहतर तरीके से उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करने पर जोर दिया। पार्टी ने अपने स्थापना दिवस से 14 अप्रैल को, संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर बी.आर. आंबेडकर की जयंती तक, विशेष सप्ताह मनाने का फैसला किया है। पार्टी 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा फुले के जन्मशताब्दी- दिवस के अवसर पर अनेक स्थानों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करेगी। छह अप्रैल 1980 को भाजपा की स्थापना हुई थी। 1984 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने जहां मात्र दो सीट ही जीती थीं, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में उसने 303 सीटों पर जीत दर्ज की थी।