दिल्ली में बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है। निजी सर्वे कंपनियों का एक चौंकाने वाला आकलन सामने आया है। इसमें बीजेपी को सीधे चार सीटों का नुक़सान दिख रहा है। जबकि दो सीटों पर काँटे की टक्कर दिख रही है। एक सीट बीजेपी के खाते में जाती दिख रही है। जिन सीटों पर बीजेपी के हारने की संभावना जताई गई है उनमें उत्तर पूर्वी दिल्ली , पूर्वी दिल्ली, चाँदनी चौक और पश्चिमी दिल्ली शामिल है। उत्तर पूर्वी दिल्ली को सबसे हॉट सीट माना का रहा है । यहाँ कांग्रेस के कन्हैया कुमार के मैदान में आने के बाद बीजेपी के मनोज तिवारी की राह मुश्किल हो गई लगती है। कन्हैया के पक्ष में बड़ा हुजूम उमड़ रहा है।
ख़ासतौर पर युवाओं का व्यापक समर्थन कन्हैया को मिलता नज़र आ रहा है।दूसरा बड़ा झटका पूर्वी दिल्ली से लगने की आशंका जताई जा रही है। यहाँ कुलदीप कुमार की लोकप्रियता मतदाताओं के बीच लगातार बढ़ी है। अरविंद केंजरीवाल की सभाओं में उमड़ रही भीड़ में हर वर्ग की भागीदारी नजर आ रही है। यहाँ प्रत्याशियों की तुलना करें तो व्यक्तिगत छवि और क्षमता में भी कुलदीप का पलड़ा भारी बताया जा रहा है।आकलन में एक महत्वपूर्ण पहलू वैश्य मतदाताओं का भी है जो पूर्वी दिल्ली और चाँदनी चौक दोनों जगहों पर बीजेपी से खिसकता नज़र आ रहा है। वैश्य समुदाय केजरीवाल को जेल में डालने , सत्येन्द्र जैन को जेल सहित अपनी भागीदारी से जुड़े अन्य सवालों पर बीजेपी से थोड़ा दूर हुआ है। हालाँकि एक बड़ा वर्ग अभी भी बीजेपी के साथ है लेकिन बीजेपी के कोर वोट में 30 फ़ीसदी की भी सेंधमारी बीजेपी को दोनों सीटों पर दौड़ में पीछे कर सकती है।
चाँदनी चौक में जे पी का अनुभव भी ज़मीन पर प्रबंधन में नज़र आ रहा है। एक अन्य सीट पश्चिम लोकसभा में महाबल मिश्रा कई अलग अलग वजहों से बढ़त में बताये जा रहे हैं। उनकी जुझारू छवि और मतदाताओं से सीधा कनेक्ट काम आ रहा है। जबकि दिल्ली की अन्य सीटों पर मुक़ाबला काँटे का है । नई दिल्ली और दक्षिण दिल्ली ने मुक़ाबले के बावजूद बीजेपी बढ़त में दिख रही है। जबकि उत्तर पश्चिम में उदित राज भी बीजेपी के मुक़ाबले अब तक ज़्यादा प्रभावी नहीं दिखे हैं। फ़िलहाल अभी तक की ज़मीनी हक़ीक़त के मद्देनज़र बीजेपी को दिल्ली में अपना वर्चस्व क़ायम रखना आसान नहीं है।