भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। पार्टी अपने घोषणापत्र को ‘संकल्प पत्र’ कहती है। इस संकल्प पत्र का शीर्षक ‘मोदी की गारंटी’ है और यह गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं पर केंद्रित है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर केंद्र की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को संकल्प पत्र भी सौंपे। इस अवसर पर घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पिछले दस वर्षों में भाजपा ने देशवासियों से किया हर वादा और हर संकल्प को हमने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरा किया है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण सहित कई अन्य मुद्दों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ”जो हम कहते हैं, वह करते हैं। जनता को भी इस पर भरोसा है और यही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।” सिंह ने कहा कि भाजपा संकल्प पत्र के माध्यम से समाज के हर वर्ग के कल्याण और ”संकल्पित एवं सशक्त भारत” के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा, ”मोदी की गारंटी चौबीस कैरेट सोने की तरह होती है। पूरा विश्वास है कि यह विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में मददगार साबित होगा।” सिंह ने कहा कि ‘विकसित भारत’ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के मन में पूरी स्पष्टता है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह इसे पूरा करके रहेंगे। उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र को तैयार करने के लिए विभिन्न माध्यमों से पंद्रह लाख से अधिक सुझाव आए।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, कई केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता मौजूद थे। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि पिछले दस वर्षों में जो काम हुए हैं उससे यह स्पष्ट हो गया है कि ‘मोदी की गारंटी’ गारंटी पूरा होने की गारंटी है। उन्होंने कहा, ”हम सबको ये भी ध्यान में रखना चाहिए कि भाजपा और शुरू में जनसंघ काल से एक विचारधारा आधारित पार्टी होने के नाते, उन विचारों को लगातार आगे बढ़ाते हुए वैचारिक अधिष्ठान की यात्रा में हम सब लोग सम्मिलित हैं।” उन्होंने कहा, ”हर बार जब चुनाव आता है, तो उसी वैचारिक यात्रा को आगे बढ़ाने का काम हम सब लोगों ने किया है।” घोषणापत्र का मसौदा तैयार करने के लिए पार्टी ने पिछले दिनों राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 27 सदस्यीय एक समिति गठित की थी। समिति ने कुछ बैठकों के बाद और संकल्प पत्र को अंतिम रूप दिया है।
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव, किरण रीजीजू और अर्जुनराम मेघवाल के अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित कुल 27 नेता इस समिति के सदस्य हैं। लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में होने हैं। मतों की गिनती 4 जून को होगी।