आंबेडकर को ‘अपमानित और जलील’ करने के लिए देश से माफी मांगे कांग्रेस: भाजपा

0
4

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बदनाम करने के मकसद से अभियान चलाने का आरोप लगाया और कहा कि इस तरह के ‘नाटक’ में शामिल होने के बजाय उसे बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को ‘अपमानित और जलील’ करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। पार्टी ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि वह राज्यसभा में शाह के हालिया भाषण के एक छोटे से हिस्से का इस्तेमाल ‘अपनी राजनीतिक पहचान’ स्थापित करने के लिए संदर्भ से बाहर कर रही है। कांग्रेस ने शाह के खिलाफ सप्ताह भर का राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया है। उसका आरोप है कि पिछले हफ्ते राज्यसभा में संविधान पर चर्चा में भाग लेने के दौरान शाह ने अपनी टिप्पणियों से आंबेडकर का अपमान किया।

कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि वह बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के ‘अपमान’ के लिए शाह के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़क पर उतरकर अपनी मुहिम तेज करेगी और आगामी सप्ताह को ‘आंबेडकर सम्मान सप्ताह’ के रूप में मनाएगी। पार्टी ने कहा कि इस विषय पर पार्टी के सांसद और वरिष्ठ नेता 22 और 23 दिसंबर को देश के अलग-अलग शहरों में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे तथा 24 दिसंबर को हर जिले में ‘आंबेडकर सम्मान मार्च’ निकाला जाएगा। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आंबेडकर के जीवनकाल में और बाद में ‘हमेशा उनका अपमान’ किया, और अब वह उनकी विरासत को याद करने का नाटक कर रही है।

प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”आंबेडकर को हमेशा अपमानित और जलील करने वाली कांग्रेस देशभर में संवाददाता सम्मेलन कर रही है… इस नाटक को बंद करिए। इस पाखंड को बंद करिए।” उन्होंने कहा, ”कांग्रेस को बीआर आंबेडकर के जीवनकाल में और उनकी मृत्यु के बाद उनकी विरासत को लेकर किए गए सभी अपमानों के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। सबसे पहले सार्वजनिक रूप से माफी मांगें और फिर संवाददाता सम्मेलन कीजिए।” प्रसाद ने यह भी कहा कि कि देश की जनता काफी परिपक्व है और कांग्रेस का प्रयास सफल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा देशभर में संवाददाता सम्मेलन कर कांग्रेस का पर्दाफाश करेगी और लोगों को बताएगी कि किस तरह पार्टी और उसके नेताओं ने आंबेडकर का अपमान किया। उन्होंने कहा, ”हमारे पास सभी सबूत हैं।

भाजपा नेता ने संसद परिसर में सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों के बीच पिछले हफ्ते हुई झड़प के सिलसिले में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्राथमिकी को ‘सम्मान का तमगा’ बताने के लिए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल की भी आलोचना की। उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी के खिलाफ (भाजपा) सांसदों के साथ धक्कामुक्की करने और उन्हें चोटिल करने के लिए मामला दर्ज किया गया था और कांग्रेस के एक महासचिव, जो उनके बहुत करीबी हैं, ने कहा कि यह बाबा साहेब आंबेडकर की विरासत का सम्मान करने की उनकी लड़ाई में सम्मान का तमगा है। क्या झूठ का पुलिंदा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी ने आंबेडकर की विरासत का अपमान करने के लिए ‘बेइज्जती का बिल्ला’ लगाया है। प्रसाद ने कहा कि भाजपा का मानना है कि राष्ट्र निर्माण के लिए ईमानदार प्रयास करने वालों का सम्मान किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, ”यही कांग्रेस और भाजपा के बीच का अंतर है… हम अपने उन कट्टर विरोधियों का भी सम्मान करते हैं जिन्होंने अपने तरीके से राष्ट्र निर्माण की कोशिश की है। हमने ईएमएस नंबूदरीपाद (माकपा नेता और केरल के पहले मुख्यमंत्री) पर तब एक पुस्तिका प्रकाशित की थी, जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे।” उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा के सत्ता में आने के बाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान को पद्म भूषण और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार को पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। जवाहरलाल नेहरू के प्रति भाजपा के सम्मान के बारे में पूछे जाने पर प्रसाद ने कहा, ”इसका सबसे बड़ा प्रमाण प्रधानमंत्री स्मारक एवं संग्रहालय हैं। पहले केवल (पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल)नेहरू का स्मारक था। अब, हर प्रधानमंत्री का एक स्मारक है। देश को सभी प्रधानमंत्रियों को याद रखना चाहिए।