भाजपा ने बृहस्पतिवार को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम का उपहास करते हुए इन्हें उनकी राजनीति चमकाने का प्रयास करार दिया। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि इन पार्टियों में और ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, के चंद्रशेखर राव या कांग्रेस के नेताओं में ना तो क्षमता है ना ही सरकार बनाने के लिए मजबूती है। उन्होंने इसे विपक्षी दलों का आंतरिक मामला बताया लेकिन कहा कि इनकी कोशिश अपनी राजनीति चमकाने की है।
त्रिवेदी ने भारत जोड़ो यात्रा के बारे में कहा, इस प्रकार के प्रयासों के तहत कांग्रेस ने अपनी राजनीतिक प्रोफाइल बनाने की शुरुआत की है। इसका भाजपा से कोई लेना देना नहीं है। दरअसल, कांग्रेस नीतीश कुमार, ममता बनर्जी, चंद्रशेखर राव और शरद पवार को दिखाना चाहती है कि उसका प्रभाव पूरे देश में है और वह उनकी तरह सीमित नहीं है। यह विपक्षी दलों का अंदरूनी मामला है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राज्यसभा के सदस्य त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि उसने देश को एकजुट रखने वाले, भारतीयता और भारतीय संस्कृति के सभी तत्वों को वोट बैंक की राजनीति के लिए तोड़ने और समाज को धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्र के आधार पर बांटने का काम किया है।
उन्होंने जनता दल यूनाईटेड के नेता नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की तीसरे नंबर की पार्टी भाजपा के खिलाफ मुख्य मोर्चा बनाने की बात कर रही है। ज्ञात हो कि नीतीश ने पिछले दिनों दिल्ली का दौरा किया था और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव, भारतीय राष्ट्रीय लोक दल के आम प्रकाश चौटाला सहित कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी।
त्रिवेदी ने कहा कि नीतीश की कोशिश अपनी राजनीतिक प्रोफइल बनाने की है। राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार सुबह कई वरिष्ठ नेताओं के साथ भारत जोड़ो यात्रा की विधिवत शुरुआत की। पार्टी इस यात्रा को व्यापक जनसंपर्क अभियान बता रही है तथा इससे संगठन को संजीवनी मिलने की उम्मीद कर रही है। राहुल गांधी ने कन्याकुमारी के विवेकानंद पॉलिटेक्निक से 118 अन्य भारत यात्रियों और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ पदयात्रा की शुरुआत की। पार्टी ने राहुल समेत 119 नेताओं को भारत यात्री नाम दिया है जो कन्याकुमारी से पदयात्रा करते हुए कश्मीर तक जाएंगे। ये लोग कुल 3570 किलोमीटर को दूरी तय करेंगे।