कांग्रेस ने सहयोगियों से ‘ड्राइविंग सीट’ लेने के मकसद से बिहार में सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई: भाजपा

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भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस ने अपने सहयोगी दलों से ‘ड्राइविंग सीट (निर्णायक भूमिका)’ अपने हाथ में लेने के मकसद से बिहार में पार्टी की कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलायी, लेकिन लोग एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को समर्थन देंगे क्योंकि वे लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में भय, अपहरण और भ्रष्टाचार के माहौल को नहीं भूले हैं।

भारतीय जनता पार्टी के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस, जिसने 85 साल के अंतराल के बाद बिहार में अपनी सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है, को यह बताना होगा कि जब राज्य में लोगों का अपहरण हो रहा था, सरकारी धन की बंदरबांट हो रही थी और राजद के शासनकाल में पूरे राज्य में जाति के आधार पर हत्याएं हो रही थीं तब वह मौन क्यों रही? उन्होंने पटना में सीडब्ल्यूसी की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बारे में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों की भी आलोचना की और उनसे कहा कि उन्हें “आत्म-मंथन करना चाहिए” कि उनकी पार्टी में उनकी क्या स्थिति है, “जहां सत्ता की बागडोर किसी और के हाथ में है।” प्रसाद ने यहां भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पटना में उनकी (कांग्रेस की) सीडब्ल्यूसी की बैठक पूरी तरह से राजनीतिक फायदे के लिए है। उन्हें लगा कि वे नियंत्रण अपने हाथ में ले सकते हैं और बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए राजद से और सीटें मांग सकते हैं”।

उन्होंने आरोप लगाया कि इसीलिए उन्होंने (विपक्ष) अब तक राजद नेता तेजस्वी यादव को बिहार में विपक्ष के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में घोषित नहीं किया है। इससे पहले पटना में सीडब्ल्यूसी की बैठक को संबोधित करते हुए खरगे ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि वह ‘वोट चोरी’ और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की साजिश रच रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से मोदी सरकार के ‘भ्रष्ट शासन’ का अंत शुरू हो जाएगा। उन्होंने दावा किया कि राजग गठबंधन के भीतर ‘आंतरिक कलह’ अब सबके सामने आ गया है। खरगे ने आरोप लगाया, “भाजपा ने नीतीश कुमार को मन ही मन रिटायर कर दिया है। भाजपा अब उन्हें बोझ मानती है।” कुमार के बारे में खरगे की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रसाद ने कहा, “कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष द्वारा मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति पर सवाल उठाना बहुत गलत है।