कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जम्मू में ‘सुरक्षा व्यवस्था को बर्बाद’ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि वहां सुरक्षा की स्थिति क्यों खराब हो गई है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री मोदी की जम्मू-कश्मीर में शनिवार को एक राजनीतिक रैली के मद्देनजर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रधानमंत्री आज जम्मू में हैं। उन्हें इन चार सवालों के जवाब ज़रूर देने चाहिए। जम्मू में सुरक्षा की स्थिति क्यों ख़राब हो गई है? भाजपा जम्मू के लोगों से किस बात का बदला ले रही है? केंद्र सरकार के प्रशासन में नशीले पदार्थों की तस्करी में तेज़ी से वृद्धि क्यों हुई है? जम्मू-कश्मीर में शासन व्यवस्था क्यों ध्वस्त हो गई है?
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा राष्ट्रवाद पर अपने एकाधिकार का दावा करती है, लेकिन उसने जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। रमेश ने कहा, 2024 की शुरुआत के आसपास प्रशासन ने दावा किया कि जम्मू क्षेत्र में चार सक्रिय आतंकवादियों के साथ जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या घटकर 31 हो गई है। अब, एक चौंकाने वाला आंकडा पेश करते हुए, अधिकारियों का कहना है कि लगभग 50 से 60 आतंकवादी हैं, जिन्होंने अप्रैल-मई में जम्मू के अंदरूनी हिस्सों में घुसपैठ की है। कांग्रेस नेता ने कहा, आतंकवादी गतिविधि में वृद्धि के भयानक परिणाम हुए हैं। पिछले कुछ महीनों में, हमने उन क्षेत्रों में आतंकवादियों की उपस्थिति देखी है जिन्हें आतंकवाद मुक्त घोषित किया गया था। हमारे सुरक्षा कर्मियों और नागरिकों के मारे जाने की घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘जब ‘नॉन बायोलॉजिकल’ प्रधानमंत्री शपथ ले रहे थे, लगभग उसी समय रियासी में एक आतंकवादी हमले में नौ निर्दोष तीर्थयात्रियों की जान चली गई।’ रमेश ने आरोप लगाया कि उप राज्यपाल के प्रशासन ने इस सुरक्षा स्थिति को संभालने में अक्षमता दिखाई है। उन्होंने यह भी कहा, इस स्थिति में रक्षा मंत्रालय और इसकी गलत सोच वाली अग्निपथ योजना का भी योगदान है, जिसने जम्मू में सेना भर्ती में रुचि को व्यवस्थित रूप से कम कर दिया है जबकि जम्मू सेना के लिए ऐतिहासिक रूप से एक प्रमुख भर्ती केंद्र रहा है। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा ने जम्मू में सुरक्षा व्यवस्था को क्यों कमजोर होने दिया?