कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर्नाटक में उसके खिलाफ आये निर्णायक फैसले को पचा नहीं पा रही है और वह ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने शनिवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में पूर्ण बहुमत हासिल कर जबरदस्त वापसी की। कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, कर्नाटक में समाज के सभी वर्गों से कांग्रेस के पक्ष में निर्णायक फैसले को भाजपा हजम नहीं कर पा रही है और भाजपा की नफरत फैलाने की ‘ऑनलाइन फैक्टरी’ झूठ पर झूठ फैलाने के लिए ‘दिन-रात’ लगी हुई है।
उन्होंने कहा, निस्संदेह यह प्रधानमंत्री की नफरत और ध्रुवीकरण की राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस का यह पलटवार भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय की ओर से जारी उस ट्वीट पर आया है, जिसमें एक वीडियो संलग्न है, जिसमें कथित तौर पर कर्नाटक के भटकल में एक व्यक्ति को अर्धचंद्र और तारे वाला हरा झंडा लहराते हुए देखा जा सकता है। मालवीय ने वीडियो के साथ ट्वीट किया, भटकल। कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के तुरंत बाद।
भाजपा नेता ने एक अन्य ट्वीट में कथित तौर पर बेलगावी का एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, बेलगावी में भड़काऊ नारे लगाए गये… पुलिस देखती रही, क्योंकि कांग्रेस कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए तैयार है… भटकल से बेलगावी तक, ‘मोहब्बत की दुकान’ ऐसी दिखती है। मालवीय ने आरोप लगाया, कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीति कर्नाटक के सामाजिक ताने-बाने को तहस-नहस कर देगी। राज्य में 224-सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा-नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं।