नई दिल्ली। कांग्रेस ने भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी के इन दावों के लिए उन्हें आड़े हाथ लिया कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सोमनाथ मंदिर के साथ तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के जुड़ाव का विरोध किया था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, ”सुधांशु त्रिवेदी ने एक तरह से सोमनाथ मंदिर पर पंडित नेहरू के कुछ पत्र हवा में लहराए हैं। ये पत्र और तत्कालीन गृह मंत्री राजाजी एवं राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को लिखे नेहरू के अनेक पत्र सार्वजनिक हैं और ऑनलाइन उपलब्ध हैं। रमेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, त्रिवेदी ने जो कहा है, उसमें कोई नया खुलासा नहीं हुआ है। नेहरू पूरी तरह पारदर्शी थे और अपने पीछे लिखित दस्तावेज छोड़ गए जो उन्होंने खुद लिखे थे। इस विषय पर ये कुछ पत्राचार हैं जिन्हें त्रिवेदी ने नहीं दिखाया।
कांग्रेस ने नेहरू के 11 मार्च, 1951 को तत्कालीन गृह मंत्री सी राजगोपालाचारी को लिखे गए पत्र को साझा किया है। नेहरू ने इसके बारे में लिखा था, ”मैंने उन्हें लिखा कि उनके इस मंदिर या किसी अन्य मंदिर या किसी अन्य पूजा स्थल पर सामान्य तरीके से जाने में बिल्कुल भी आपत्ति नहीं है, लेकिन मंदिर के उद्घाटन के इस विशेष मौके पर जाने का अलग प्रभाव होगा। उन्होंने लिखा था, राष्ट्रपति भी इस समारोह से जुड़ने को उत्सुक हैं और मुझे नहीं पता कि क्या मेरे लिए इस बात पर जोर देना अपेक्षित है कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए।