नई दिल्ली। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर स्वास्थ्य क्षेत्र का पूरी तरह से कुप्रबंधन का आरोप लगाया और इसे नरेन्द्र मोदी सरकार की बड़ी विफलताओं में से एक बताया। रमेश ने कांग्रेस के घोषणापत्र में किये गये वादे के मुताबिक स्वास्थ्य को सावैभौमिक अधिकार बनाने के अपनी पार्टी के वादे को दोहराया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र स्वास्थ्य के अधिकार की सार्वभौमिक गारंटी देता है क्योंकि बढ़ते स्वास्थ्य खर्च एवं स्वास्थ्य बीमा खर्च के मद्देनजर ऐसा करना जरूरी है। कांग्रेस नेता ने स्वास्थ्य बीमा को जीएसटी के 18 प्रतिशत वर्ग में रखने को लेकर भी सरकार की आलोचना की और कहा कि 63 प्रतिशत भारतीयों के पास स्वास्थ्य बीमा नहीं है।
रमेश ने ‘एक्स’ पर लिखा, ” स्वास्थ्य क्षेत्र का पूर्ण कुप्रबंधन मोदी सरकार के 10 अन्याय के अन्याय काल की विफलताओं की लंबी सूची का हिस्सा है। चार जून को हर भारतीय सभी के लिए स्वास्थ्य के अधिकार की कांग्रेस की गारंटी को लेकर निश्चिंत हो सकता है।” उन्होंने कहा, ” अपने न्यायपत्र में हमने हर भारतीय के लिए स्वास्थ्य के सार्वभौमिक अधिकार की गारंटी दी है। इस अधिकार के मूल में यह है कि हर भारतीय के लिए 25 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवरेज मिलेगा।” रमेश ने कहा कि इन क्रांतिकारी स्वास्थ्य गारंटियों की जरूरत आज बिल्कुल स्पष्ट है। कांग्रेस नेता ने कहा, ” अदूरदर्शी मोदी सरकार ने स्वास्थ्य बीमा पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगाया है। स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम मुद्रास्फीति से चार गुना अधिक बढ़ गया है। पीएचडीसीसीआई के अनुसार स्वास्थ्य देखभाल लागत प्रति वर्ष 18-20 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।” उन्होंने कहा,”.. 90 करोड़ से अधिक भारतीयों (63प्रतिशत) के पास किसी तरह का स्वास्थ्य बीमा नहीं है।” कांग्रेस ने अपने न्यायपत्र में अस्पतालों, क्लीनिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों, औषधालयों एवं स्वास्थ्य शिविरों जैसे जन स्वास्थ्य केंद्रों में सार्वभौमिक एवं मुफ्त स्वास्थ्य देखभाल का वादा किया है। उसके वादे के अनुसार लोगों के लिए स्वास्थ्य जांच, उपचार, सर्जरी, दवाइयां और बाद की देखभाल सभी मुफ्त होंगी।