कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि वर्तमान समय में लोकतंत्र के साथ ही वैज्ञानिक सोच पर हमला किया जा रहा है जो देश के भविष्य के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर आयोजित एक संगोष्ठी में यह भी कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा आध्यात्मिकता एक दूसरे के पूरक हैं। रमेश ने आरोप लगाया कि आज चेतना, विज्ञान और लोकतंत्र पर भाजपा द्वारा व्यवस्थित हमला किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ”आज हमारे प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) भी विज्ञान की बात करते हैं, लेकिन क्या आज का वैज्ञानिक सोच है, हमारी संस्थाओं में विज्ञान का कितना काम है? आज वैज्ञानिक सोच पर व्यवस्थित तरीके से आक्रमण पर हो रहा है।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ”लोकतंत्र पर आक्रमण तो हो ही रहा है, वैज्ञानिक सोच पर भी आक्रमण किया जा रहा है…यह हमारे भविष्य के लिए बहुत खतरनाक है।” उन्होंने दावा किया कि आज अर्थव्यवस्था को खोला जा रहा है, सोच को बंद किया जा रहा है। रमेश का कहना था, ”यह ‘ओपन इकॉनमी’ (खुली अर्थव्यवस्था) और ‘क्लोज माइंड’ (बंद सोच) नहीं चलेगा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज देश में कोई मिसाइल छोड़ी जाती है तो प्रधानमंत्री मोदी श्रेय लेते हैं, लेकिन डीआरडीओ की स्थापना नेहरू के समय हुई थी। उनके मुताबिक, वैज्ञानिक चेतना और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के बारे में बोलने और लिखने वाले बहुत कम लोग हैं, उनमें एक नेहरू रहे। रमेश ने कहा कि नेहरू का मानना था कि वैज्ञानिक चेतना कोई विदेशी विचार नहीं, बल्कि भारतीय विचार है तथा यह भारत की संस्कृति से जुड़ा है। उनके अनुसार, नेहरू ने कहा था कि विज्ञान और आध्यात्मिकता का संगम ही भारत का भविष्य बनाएगा।