कांग्रेस ने भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव का उल्लेख करते हुए सोमवार को लोकसभा में कहा कि सरकार को समुद्री क्षेत्र और पड़ोस से जुड़े सुरक्षा हालात के बारे में विपक्षी दलों के साथ विचार-विमर्श करना चाहिए। सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ‘समुद्री जलदस्युता रोधी विधेयक, 2019’ पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि चीन के साथ तनाव के विषय पर विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सदन में विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए।
उन्होंने यह दावा भी किया कि ‘जी 20’ की अध्यक्षता का महिमामंडन किया जा रहा है और इसे लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है, जबकि इसके सदस्यों को बारी-बारी से अध्यक्षता मिलती है। चौधरी ने कहा, जब हम जलदस्युता की बात कर रहे हैं तो हमें भारत-चीन सीमा पर तनाव जैसे मुद्दों पर बात करनी चाहिए…सरकार को कूटनीति के लिहाज से इस विषय पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा, यह पूरा समुद्री क्षेत्र चीन और अमेरिका के बीच के वर्चस्व की स्पर्धा वाला स्थान बन गया है…हम उम्मीद करते हैं कि सरकार विपक्षी दलों से भी बात करेगी क्योंकि देश की सुरक्षा का संबंध सबसे होता है।
कांग्रेस नेता का कहना था कि चीन दक्षिणी चीन सागर और हिंद महासागर में वर्चस्व स्थापित करने की तैयारी में है जो उसके महाशक्ति बनने के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, ”हम जानना चाहते हैं कि चीन के बढ़ते प्रभाव से निपटने के लिए सरकार क्या कर रही है। चौधरी ने पार्टी नेता राहुल गांधी के संदर्भ में कहा, अगर कोई काम देश के लिए किया जाता है तो मेरे नेता उसकी सराहना करते हैं। हमारे नेता किसी की तुलना में भी इस बात को लेकर ज्यादा फिक्रमंद हैं कि देश ज्यादा सुरक्षित, प्रगतिशील और बहुआयामी बने।