कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि रोजगार सृजन के मोर्चे पर सरकार में गंभीरता की कमी है। पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने राज्यसभा में पूछे गए एक प्रश्न पर सरकार के लिखित उत्तर का उल्लेख करते हुए ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”शहरी बेरोजगारी दूर करने के लिए रोजगार सृजन के मोर्चे पर सरकारी गंभीरता की कमी दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और राष्ट्रीय कैरियर सेवा (एनसीएस) जैसी प्रमुख योजनाओं के लिए धन में भारी कटौती से स्पष्ट है।
उन्होंने दावा किया कि दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लिए आवंटन 2020-21 में 795 करोड़ रुपये था जिसे घटाकर 2024-25 में 300 करोड़ रुपये कर दिया गया है, यानी 62.26 प्रतिशत की कटौती की गई। खेड़ा ने दावा किया कि इसी तरह, एनसीएस योजना के लिए वित्त पोषण 2020-21 में 79.39 करोड़ रुपये से घटकर 2024-25 में 58 करोड़ रुपये हो गया है, जो 26.94 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा अपनी योजनाओं और नीतियों को मास्टरस्ट्रोक कह कर लोगों को बहला सकती है, लेकिन हकीकत दस्तावेजों में छिपी है—कुछ ऐसा जिसके बारे में हर भारतीय को मालूम होना चाहिए।