नई दिल्ली। कांग्रेस ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के किसानों से संबंधित एक बयान को लेकर बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर कटाक्ष किया और कहा कि धनखड़ जब भी किसानों से जुड़ी चिंताओं को उठाते हैं तो उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि “जो लोग नारे ,फिल्मी संवाद और नाटकबाज़ी को ही शासन समझ बैठे हैं,” उन्हें उप राष्ट्रपति की बातों को गंभीरता से सुनना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए धनखड़ ने कहा, “आज, जब हम विकसित भारत के बारे में बात करते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि हमारी अर्थव्यवस्था की रैंक क्या है।
विकसित भारत को परिभाषित करने और इसे जमीनी हकीकत बनाने के लिए, सभी की आय को आठ गुना बढ़ाने की जरूरत है।” उन्होंने यह भी कहा, “ऐसा होकर रहेगा, लेकिन किसानों को दूरदर्शी होने की जरूरत है। आज हमारे किसान केवल उत्पादन तक ही सीमित हैं। किसान भाइयों से मेरा अनुरोध है कि यह समय देश के सबसे बड़े व्यापार जो कृषि या पशुपालन से संबंधित है, उसमें अपनी भागीदारी बढ़ाने का है।” उनके बयान को लेकर रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “विकसित भारत को लेकर माननीय उपराष्ट्रपति के सूझबूझ भरे विचार समय के अनुरूप और बेहद जरूरी हैं। जो लोग नारे ,फिल्मी संवाद और नाटकबाज़ी को ही शासन समझ बैठे हैं, उन्हें उनकी बातों को गंभीरता से सुनना चाहिए।” उन्होंने कहा, “दुर्भाग्यवश, जब उपराष्ट्रपति जी किसानों की चिंता उठाते हैं, तब भी उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया जाता है।