दिल्ली में इस सर्दी बिजली की मांग रिकॉर्ड 4,803 मेगावॉट पर पहुंची

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कड़ाके की ठंड पड़ने के साथ दिल्ली में सोमवार को बिजली की अधिकतम मांग 4,803 मेगावॉट पर पहुंच गयी। यह इस मौसम में सर्वाधिक मांग है। दिल्ली में बिजली वितरण करने वाली टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रिब्यूशन लि. (टाटा पावर डीडीएल) और बीएसईएस ने कहा कि उन्होंने बिजली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया है। दिल्ली स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, सुबह 10.22 बजे बिजली की अधिकतम मांग 4,803 मेगावॉट पर पहुंच गयी। बीएसईएस के एक अधिकारी ने कहा, ”ठंड बढ़ने के साथ दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग सोमवार को सुबह 4,803 मेगावॉट पर पहुंच गयी जो इस मौसम की सर्वाधिक मांग है।

बीएसईएस के क्षेत्रों…बीएसईएस राजधानी पावर लि. (बीआरपीएल) में बिजली की अधिकतम मांग 2,074 मेगावॉट और बीएसईएस यमुना पावर लि. (बीवाईपीएल) के क्षेत्र में मांग 967 मेगावॉट रही। वहीं टाटा पावर डीडीएल ने बयान में कहा कि उसने अपने वितरण क्षेत्र उत्तरी दिल्ली में इस सर्दी में अबतक की रिकॉर्ड 1,521 मेगावॉट बिजली की मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया है। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी गणेश श्रीनिवास ने कहा, हमने अनुमानित अधिकतम मांग को पूरा करने के लिये बिजली की अतिरिक्त व्यवस्था की है। साथ ही, हम भरोसेमंद बिजली आपूर्ति प्रदान करने को लेकर मांग के पूर्वानुमान के लिए स्मार्ट प्रौद्योगिकी का भी उपयोग कर रहे हैं।

बीएसईएस के अनुसार, दिल्ली में इस साल बिजली की अधिकतम मांग दिसंबर, 2021 और दिसंबर, 2020 के मुकाबले अधिक है। जहां बीते साल दिसंबर में बिजली की अधिकतम मांग 4,723 मेगावॉट थी, वहीं 2020 में यह 4,671 मेगावॉट थी( कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, ”बीएसईएस ने बिजली की अधिकतम मांग को पूरा करने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। ठंड के महीनों में बिजली की सुचारू आपूर्ति के लिए, बिजली के पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं। दीर्घकालीन आधार पर बिजली खरीद समझौतों के तहत, बीएसईएस को मांग के हिसाब से पर्याप्त बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा, बिजली की मांग को पूरा करने में स्वच्छ ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। कंपनी बिजली की मांग का अनुमान लगाने के लिये कृत्रिम मेधा और मशीन लर्निंग जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी समेत मौसम अनुमान लगाने की तकनीक का उपयोग कर रही है।

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