आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली में पार्टी का कार्यालय सभी ओर से ‘सील” कर दिया गया है और पार्टी निर्वाचन आयोग के समक्ष इस मामले की शिकायत करेगी। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने आप कार्यालय को सील करने के आरोप का खंडन किया है। अधिकारी ने कहा कि डीडीयू मार्ग पर लोगों की भीड़ रोकने के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, क्योंकि वहां दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू है। आतिशी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में पार्टी कार्यालय को ”सील” करने पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह संविधान द्वारा प्रदत्त ”समान अवसरों” के खिलाफ है। दिल्ली की मंत्री ने कहा, ”लोकसभा चुनाव के दौरान एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय को कैसे बंद किया जा सकता है? यह भारतीय संविधान में दिए ‘समान अवसर’ के खिलाफ है। हम इसके खिलाफ शिकायत करने के लिए निर्वाचन आयोग से वक्त मांग रहे हैं।
‘आप’ के एक अन्य वरिष्ठ नेता और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पार्टी कार्यालय के सभी प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं। उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ”हम निर्वाचन आयोग जाएंगे, केंद्र सरकार ने आदर्श आचार संहिता लागू रहते हुए भी आईटीओ पर ‘आप’ के मुख्य कार्यालय के सभी प्रवेश द्वार बंद कर दिए हैं।” आप नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि अपने घर जा रही आतिशी को पुलिस ने बाराखंभा रोड के पास रोक लिया। भारद्वाज ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि निर्वाचन आयोग को एक निष्पक्ष संस्था के रूप में काम करना चाहिए और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए। मध्य दिल्ली में आईटीओ के समीप डीडीयू मार्ग पर ‘आप’ कार्यालय को भी शुक्रवार को पार्टी नेताओं तथा स्वयंसेवकों के भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन के दौरान बंद कर दिया गया था। पंडित दीन दयाल मार्ग (डीडीयू) पर ही भाजपा और आप के मुख्यालय स्थित हैं।
भारद्वाज ने कहा कि उन्हें और आतिशी को पार्टी कार्यालय जाने से रोक दिया गया। उन्होंने पूछा कि चुनाव के दौरान किसी राष्ट्रीय पार्टी के कार्यालय को कैसे सील किया जा सकता है। उन्होंने यह भी दावा किया कि जिस गाड़ी से आतिशी घर जा रही थीं, उसे पुलिस ने रोका। आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें वह दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के साथ बहस करती देखी जा सकती हैं, जबकि कुछ आप नेता पुलिस द्वारा रोके जाने पर विरोध जताने के लिए सड़क पर लेट गए। भारद्वाज ने पुलिस पर आप कार्यालय पर बैरिकेडिंग करने और पार्टी नेताओं को वहां जाने से रोकने का आरोप लगाया तथा कहा कि वे इस मामले पर निर्वाचन आयोग से शिकायत करेंगे। उन्होंने दावा किया कि शुक्रवार को आप कार्यालय को चारों तरफ से बंद कर दिया गया और किसी को भी अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई। हालांकि, पुलिस अधिकारी ने कहा, आप कार्यालय को पुलिस ने कभी सील नहीं किया था।
पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है क्योंकि (सीआरपीसी) धारा 144 लागू है और डीडीयू मार्ग पर किसी भी प्रकार की सभा निषिद्ध है। अधिकारी ने यह भी कहा कि आतिशी और उनके साथियों को घर जाने से नहीं रोका गया। उन्होंने कहा, “चूंकि नई दिल्ली के पूरे जिले में धारा 144 लागू है, इसलिए उन्हें यह पूछने के लिए रोका गया था कि क्या वे कोई विरोध प्रदर्शन या सभा करने तो नहीं जा रहे हैं।” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अब निरस्त की जा चुकी आबकारी नीति से जुड़े धनशोधन मामले के संबंध में गिरफ्तार किए जाने के बाद 28 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया गया है।