दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर आपत्ति जताई जिसमें कहा गया है कि वह बिजली सब्सिडी को रोकना चाहते हैं। सक्सेना ने पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए जाने पर कानूनी कार्रवाई की धमकी दी। सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे अपने पत्र में दिल्ली सरकार द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों से जुड़ी कई प्रेस विज्ञप्तियों का हवाला दिया। पत्र में कहा गया है, मैं सरकार और पार्टी में आपके और आपके सहयोगियों द्वारा मेरे खिलाफ दिए गए निराधार और झूठे बयानों के संबंध में जवाबदेही और जिम्मेदारी की मांग करते हुए आपको लिख रहा हूं। इसमें कहा गया है, “बिजली मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और स्वयं मुख्यमंत्री मीडिया और अन्य जगहों पर इस आशय के झूठे, भ्रामक, अभियोगात्मक, अपमानजनक बयान दे रहे हैं कि उपराज्यपाल द्वारा बिजली क्षेत्र में दी जाने वाली सब्सिडी को रोका जा रहा है/कि उपराज्यपाल अधिकारियों के साथ मिलकर बिजली सब्सिडी बंद करने की साजिश कर रहे हैं।
उपराज्यपाल का पत्र सोमवार को दिल्ली विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में ‘आप’ विधायकों द्वारा उन पर किए गए हमले के बीच आया है। हालांकि, ‘आप’ ने कहा कि उपराज्यपाल पार्टी के खिलाफ झूठे आरोप लगा रहे हैं। सक्सेना ने कहा कि 14 अप्रैल को दिल्ली की ऊर्जा मंत्री आतिशी ने बिजली सब्सिडी बढ़ाने के मंत्रिमंडल के फैसले को लेकर ‘झूठे प्रचार’ का सहारा लिया। उपराज्यपाल ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ आरोप ‘स्पष्ट रूप से जानबूझकर’ लगाये गये थे और इसका उद्देश्य पक्षपातपूर्ण लाभ के लिए लोगों को ‘गुमराह’ करने के मकसद से ‘काल्पनिक हौवा’ खड़ा करना था।