दिल्ली के विजय विहार इलाके में वर्चस्व के लिए एंबुलेंस संचालक की हत्या की गई थी। पुलिस ने गैंगस्टर सोनू दरियापुर के दो शार्प शूटरों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझाने का दावा किया है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान बागपत निवासी प्रशांत (20) और बहादुरगढ़ हरियाणा निवासी गणेश सैनी(28) के रूप में हुई है।
दोनों ने खुलासा किया है कि एंबुलेंस में सवारी से मिलने वाली रकम में हिस्से को लेकर दो गुटों के बीच विवाद था। एक गुट में एंबुलेंस संचालक था जबकि दूसरे गुट में सोनू दरियापुर के गिरोह के बदमाश नवीन खत्री का भतीजा था। गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने तीन पिस्टल, दस कारतूस और एक स्कूटी बरामद की है।
जांच में पता चला कि गिरफ्तार बदमाशों ने ही मोती नगर इलाके में रंगदारी मांगने के लिए एक ट्रांसपोर्टर के कर्मचारी पर गोली चलाई थी और ट्रांसपोर्टर से पांच करोड़ की फिरौती मांगी थी।
जिला पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने बताया कि 11 फरवरी को विजय विहार इलाके में बदमाशों ने बृज मोहन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के समय वह पत्नी सोनिया और बेटे राधे को लेकर एक क्लीनिक पर आया था। पत्नी सोनिया ने नरेला निवासी विकास खत्री और रिठाला निवासी कुलदीप राणा पर हत्या करवाने का शक जताया है।
स्पेशल स्टाफ निरीक्षक ईश्वर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने घटनास्थल के आस-पास सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगाला। जिसमें पता चला कि शूटर बाइक से आए थे। बाइक नंबर के जरिए पता चला कि बाइक बागपत के रहने वाले प्रशांत की है। अगले दिन पुलिस को बाइक पूंठकलां इलाके में लावारिस मिल गई। पुलिस ने गांव में फुटेज में दिख रहे बदमाशों की पहचान करवाई। बदमाशों की पहचान प्रशांत, रोहित और गणेश सैनी के रूप में हुई।