दिल्ली पुलिस ने चीन से जुड़े ऑनलाइन नौकरी धोखाधड़ी गिरोह का किया भंडाफोड़, तीन आरोपी गिरफ्तार

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दिल्ली पुलिस ने एक ऑनलाइन नौकरी धोखाधड़ी गिरोह का भंडाफोड़ किया है जिसके चीन के कुछ नागरिकों के साथ कथित तौर पर तार जुड़े हुए हैं तथा गिरोह के लिए वित्तीय लेनदेन में मदद करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी सब्बीर अहमद (43), मोहम्मद सरफराज (32) और मोहम्मद दिलशाद (20) गलत तरीके से धन प्राप्त करने के लिए बैंक खातों की व्यवस्था करने और ‘डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज वॉलेट’ के माध्यम से चीनी संचालकों को हस्तांतरित करने से पहले आय को क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित करने में शामिल थे।

ये गिरफ्तारियां तब की गईं जब तिलक नगर स्थित एक नर्स ने शिकायत की कि ऑनलाइन अंशकालिक नौकरी घोटाले में उसके साथ 15.94 लाख रुपये की ठगी की गई है। पीड़िता को घर से काम करने की नौकरी का ऑनलाइन विज्ञापन देखने के बाद एक सोशल मीडिया ग्रुप का पता चला। अधिकारी ने कहा, “उसे अधिक मुनाफे का वादा करके कार्य-आधारित नौकरियों में पैसा निवेश करने का लालच दिया गया था।” पुलिस ने बताया कि उसकी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया और जांच के दौरान जांचकर्ताओं को तीनों से जुड़े बैंक खातों में धन का पता चला।

उन्होंने बताया कि आरोपियों को उत्तम नगर और बटला हाउस इलाकों में छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान धोखाधड़ी में प्रयुक्त पांच लाख रुपये नकद, पांच मोबाइल फोन, 10 बैंक पासबुक और 14 चेकबुक बरामद कीं। अधिकारी ने बताया कि गोरखपुर में स्नातक की पढ़ाई कर रहे दिलशाद ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि वह करीब एक साल से सोशल मीडिया के जरिए एक चीनी नागरिक के संपर्क में था। अधिकारी ने कहा, “विदेशी संपर्क ने कथित तौर पर उसे पांच प्रतिशत कमीशन के बदले में ठगी के जरिये धनराशि प्राप्त करने के लिए फर्जी बैंक खातों की व्यवस्था करने का काम सौंपा था। इसके बाद आरोपी ने पैसे निकाले, उसे यूएसडी टेथर (यूएसडीटी), एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी, में परिवर्तित किया और इसे चीनी संचालकों द्वारा नियंत्रित वॉलेट में स्थानांतरित कर दिया।

उन्होंने कहा, “एमबीए की डिग्री हासिल कर चुका सरफराज इस गिरोह का प्रबंधन करता था, जबकि पेशे से पेंटर सब्बीर अहमद एक प्रतिशत कमीशन पर नकदी निकासी में मदद करता था।” पुलिस ने कहा कि राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर एक ही लाभार्थी खातों से जुड़ी कम से कम 26 शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें लगभग 2.60 करोड़ रुपये के लेनदेन शामिल हैं। अधिकारी ने बताया कि चीनी संचालकों से जुड़े बड़े नेटवर्क का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।