नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने ईरानी समकक्ष हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ बातचीत के लिए सोमवार को ईरान का दौरा कर सकते हैं। इस यात्रा के दौरान जयशंकर के लाल सागर में उभरती सुरक्षा स्थिति सहित कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करने की उम्मीद है। लाल सागर को दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक माना जाता है।
जयशंकर की तेहरान यात्रा इजराइल-हमास संघर्ष के बीच लाल सागर में व्यापारिक जहाजों को हूती विद्रोहियों द्वारा निशाना बनाए जाने पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं की पृष्ठभूमि में हो रही है। अमेरिका और ब्रिटेन पहले ही यमन में हूती ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले शुरू कर चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि विदेश मंत्री सोमवार को एक संक्षिप्त दौरे के लिए ईरान जाने जा सकते हैं, जहां दोनों पक्षों के बीच लाल सागर की स्थिति सहित कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श होने की संभावना है। भारत लाल सागर में उभरती सुरक्षा स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए है।