लोकसभा के सदस्य शशि थरूर ने ”विपक्ष में एकता की हालिया लहर” का स्वागत करते हुए रविवार को कहा कि कांग्रेस अन्य दलों के लिए वास्तविक केंद्र बिंदु” रहेगी, लेकिन यदि वह पार्टी नेतृत्व में होते, तो इस बात को लेकर ”शेखी बघारने” के बजाय किसी छोटे दल को 2024 के आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मुकाबला करने के लिए विपक्षी गठबंधन के संयोजक की भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित करते।
थरूर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से एक साक्षात्कार में कहा कि 2019 के मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने की घटना ने ”विपक्षी एकता की आश्चर्यजनक लहर” पैदा कर दी है और कई विपक्षी दलों को इस सूक्ति की अहमियत समझ में आने लगी है कि ”एकता हमें मजबूत बनाती है और फूट हमें कमजोर करती है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि अधिकतर विपक्षी दलों को एकजुट होने के लिए नया कारण मिल गया और उन्होंने एक-दूसरे के वोट काटना बंद कर दिया, तो भाजपा के लिए 2024 के चुनाव में बहुमत हासिल करना बहुत मुश्किल हो सकता है। राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने का ‘संज्ञान लेने के लिए’ जर्मनी को धन्यवाद देने संबंधी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर थरूर ने कहा कि वह अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता को ऐसा नहीं कहने की सलाह देते।