केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश में गरीबों सहित 140 करोड़ लोगों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं और उन्होंने इसके लिए समर्पण के साथ काम किया है। शाह यहां ‘पीएम स्वनिधि’ योजना के लाभार्थियों की एक सभा को संबोधित कर रहे थे। यह योजना रेहड़ी-पटरी वालों को आसान ऋण दिलाने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी एवं रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं तथा साथ ही उनका लक्ष्य गरीब लोगों को भी आत्मनिर्भर बनाना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार में गरीब लोगों को सबसे ज्यादा फायदा हुआ है। प्रधानमंत्री ‘स्ट्रीट वेंडर आत्मनिर्भर निधि’ (पीएम-स्वनिधि योजना) के लाभार्थियों को ऋण देने के कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल भी मौजूद थे।
शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने का आह्वान किया है और वह देश को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, रक्षा, सभी प्रकार के व्यवसायों तथा अन्य क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी सभी गरीबों सहित 140 करोड़ लोगों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और विकास के अलावा, प्रधानमंत्री ने 60 करोड़ गरीबों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए पूरे समर्पण के साथ काम किया है।” शाह ने कहा, ”पिछले नौ वर्षों में, लगभग तीन करोड़ लोगों को अपना घर मिला, चार करोड़ लोगों को बिजली कनेक्शन मिला, 10 करोड़ लोगों को गैस सिलेंडर मिले, 12 करोड़ लोगों को शौचालय मिले, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिला और 60 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा (योजना) में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि गरीब लोगों को गरीबी से बाहर लाने के लिए विभिन्न योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं। गृह मंत्री ने कहा, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र (गुजरात में गांधीनगर) में 1.5 लाख से अधिक लोगों ने पीएम-स्वनिधि योजना का लाभ उठाया है, जिसके तहत बिना किसी गारंटी के छोटे व्यवसाय और हाथ गाड़ियां चलाने वालों को वित्तीय सहायता दी जाती है।” मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा शुरू की गई योजनाओं के परिणामस्वरूप देश में गरीब लोग अब आत्मनिर्भर जीवन जी रहे हैं। शाह अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे पर हैं, जहां उनका विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने का कार्यक्रम है।