प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि बहुत खराब तरीके से की गई थी और इसके तहत भारत को कश्मीर में बांधों से गाद तक निकालने की अनुमति नहीं थी। मोदी यहां रोड शो के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा स्थगित की गई सिंधु जल संधि का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ”सिंधु जल संधि पर बहुत खराब तरीके से बातचीत की गई थी, इसमें कश्मीर में बांधों से गाद निकालने तक की अनुमति नहीं थी।” उन्होंने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, ”हमने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है, अपनी तरफ बांधों की क्षमता बढ़ानी शुरू कर दी है और वे (पाकिस्तान) परेशानी महसूस कर रहे हैं।’
‘ मोदी ने कश्मीर में आतंकवाद की समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि इसका समाधान 1947 में ही किया जा सकता था। उन्होंने कहा, ”अगर 1947 में हमने कश्मीर में घुसने वाले मुजाहिदीनों को मार गिराया होता तो आज हमें ऐसी स्थिति (आतंकवाद) का सामना नहीं करना पड़ता।” प्रधानमंत्री ने कहा, ”आतंकवाद परोक्ष युद्ध नहीं है, यह आपकी (पाकिस्तान) युद्ध रणनीति है। आप हमारे खिलाफ युद्ध छेड़ रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल 1947 में चाहते थे कि सेना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस ले ले, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई। भारत के विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर मोदी ने कहा, ”जब मैंने 2014 में कार्यभार संभाला था, तब भारत 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, लेकिन आज वह चौथे स्थान पर है।
उन्होंने कहा, ”जब भारत ने ब्रिटेन को पीछे छोड़ा तो तब हम खुश हुए थे क्योंकि ब्रिटेन ने हम पर शासन किया था, लेकिन अब दबाव है कि हम तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था कब बनेंगे।” प्रधानमंत्री ने इससे पहले आज सुबह यहां एक रोड शो किया और इस दौरान उनका स्वागत करने के लिए भारी संख्या में लोग एकत्र हुए। गुजरात की दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री का यह चौथा रोड शो था। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारत की सैन्य कार्रवाई के तहत शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद यह मोदी की अपने गृह राज्य की पहली यात्रा है। रोड शो का आयोजन गांधीनगर स्थित राजभवन से महात्मा मंदिर तक किया गया। प्रधानमंत्री ने सोमवार को वडोदरा, भुज और अहमदाबाद में रोड शो किए थे।