प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर शनिवार को तीखा हमला किया और उस पर मुस्लिम वोट बैंक के लिए ”गुलामी” और ”मुजरा” करने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री ने यहां से लगभग 40 किलोमीटर दूर पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में एक रैली में विपक्ष पर तीखा हमला किया और अल्पसंख्यक संस्थानों में अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति और अन्य पछड़ा वर्ग को “आरक्षण से वंचित” करने के लिए राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा,”बिहार वह भूमि है जिसने सामाजिक न्याय की लड़ाई को एक नई दिशा दी है। मैं इसकी धरती पर यह घोषणा करना चाहता हूं कि मैं एससी, एसटी और ओबीसी के अधिकारों को लूटने और उन्हें मुसलमानों को देने की ‘इंडिया’ गठबंधन की योजनाओं को विफल कर दूंगा। वे गुलाम बने रह सकते हैं और अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए ‘मुजरा’ कर सकते हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन उन लोगों के समर्थन पर भरोसा कर रहा है जो “वोट जिहाद” में लिप्त हैं साथ ही उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का हवाला दिया, जिसमें कई मुस्लिम समूहों को ओबीसी की सूची में शामिल करने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले को रद्द कर दिया गया है। मोदी भाजपा सांसद राम कृपाल यादव के पक्ष में प्रचार कर रहे थे और उन्होंने व्यंग्यात्मक टिप्पणी की, ”कई लोगों का भगवान राम से इतना झगड़ा है कि वे राम कृपाल के नाम पर भी नाक-भौं सिकोड़ सकते हैं।” मोदी ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव का नाम लिए बगैर प्रत्यक्ष तौर पर उनका मखौल उड़ाया और कहा, ” एलईडी बल्ब के युग में वे लालटेन लेकर घूम रहे हैं, जिससे केवल उनका घर रोशन होता है और पूरे बिहार को अंधेरे में रखा जाता है।” गौरतलब है कि प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती लगातार तीसरी बार पाटलिपुत्र से अपनी किस्मत आजमा रही हैं। उन्होंने कहा, ”भारत को एक ऐसे प्रधानमंत्री की जरूरत है जो विश्व मंच पर भारत की ताकत के साथ न्याय कर सके। लेकिन ऐसा लगता है कि ‘इंडिया’ गठबंधन शीर्ष पद के साथ म्यूजिकल चेयर खेलने पर आमादा है।