दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके बाद आम आदमी पार्टी द्वारा उनकी उत्तराधिकारी नामित की गईं आतिशी ने नई सरकार बनाने का अपना दावा पेश किया। केजरीवाल मंगलवार शाम को अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ उपराज्यपाल सचिवालय पहुंचे। उन्होंने रविवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की थी। बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा, ”हमने नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। मैं दिल्ली के लोगों के हितों की रक्षा करूंगी।” दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा, ”हमने उपराज्यपाल को केजरीवाल के फैसले से अवगत करा दिया है।
आतिशी ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। हमने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि शपथ-ग्रहण समारोह की तारीख तय करें, ताकि दो करोड़ लोगों के लिए काम किया जा सके।” मुख्यमंत्री नामित की गईं आतिशी ने दावा किया कि केजरीवाल पर झूठे आरोप लगाए गए हैं और केंद्र सरकार की जांच एजेंसियां उन्हें निशाना बना रही हैं। उन्होंने कहा, ”उच्चतम न्यायालय ने न केवल उन्हें जमानत दे दी, बल्कि केंद्र और उसकी जांच एजेंसियों के खिलाफ कठोर टिप्पणी भी की और उन्हें ‘पिंजरे में बंद तोता’ बताया।” आतिशी ने कहा, ”कोई और नेता होता, तो वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बना रहता, लेकिन केजरीवाल ने जनता की अदालत में जाने का फैसला किया और इस्तीफा दे दिया। यह हमारे लिए दुख की बात है।” उन्होंने कहा कि जनता ने जल्द ही होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री चुनने का संकल्प लिया है। इससे पहले, आतिशी को आप विधायक दल की बैठक में केजरीवाल का उत्तराधिकारी चुना गया।