कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने मणिपुर में हिंसा के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए रविवार को आरोप लगाया कि एक ओर पूर्वोत्तर राज्य जल रहा है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ”चुप” हैं, गृह मंत्री अमित शाह ”निष्प्रभावी” हैं और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ‘अकर्मण्य’ हैं। रमेश ने मणिपुर में शांति को लेकर हरकिशन सिंह सुरजीत भवन में आयोजित सम्मेलन में यह बात कही। इस सम्मेलन को विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने संबोधित किया।
बाद में रमेश ने ट्वीट किया कि उन्होंने समान विचारधारा वाले 10 राजनीतिक दलों द्वारा आयोजित सम्मेलन में हिस्सा लिया और मणिपुर में राजनीतिक, प्रशासनिक और मानवीय त्रासदियों पर अपने विचार व्यक्त किए। कांग्रेस महासचिव (संचार) रमेश ने सम्मेलन में कहा, “आप एकमत नहीं हो सकते लेकिन सर्वसम्मत हो सकते हैं। इसी तरह से भारत का संविधान बनाया गया था… इसलिए सर्वसम्मति के माध्यम से, हर किसी को सुनने के माध्यम से, संवेदनशील होने के माध्यम से ही आप वास्तव में (मणिपुर में) विश्वास बहाल कर सकते हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया होगी। यह काम हफ्तों में नहीं होने वाला है, इसमें महीनों लगने वाले हैं, इसमें वर्षों लग सकते हैं लेकिन हमें प्रक्रिया शुरू करनी होगी।
उन्होंने कहा कि एक ओर मणिपुर जल रहा है तो दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ”चुप” हैं, गृह मंत्री शाह ”निष्प्रभावी” हैं और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ”अकर्मण्य” हैं। रमेश ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए मुख्यमंत्री को तुरंत बदला जाना चाहिए। गौरतलब है कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदाय के बीच भड़की हिंसा में अब तक लगभग 120 लोगों की मौत हो चुकी है और तीन हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। मेइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करने के लिए छात्रों के एक संगठन द्वारा तीन मई को आहूत ‘आदिवासी एकता मार्च’ में हिंसा भड़क गई थी।