MCD Election: दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला, दोपहर 12 बजे तक 18 प्रतिशत मतदान

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दिल्ली में नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी है। दोपहर 12 बजे तक 18 प्रतिशत मतदान हो चुका है। इस चुनाव में मुख्य तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 250 वार्ड के लिए हो रहे चुनाव में 1.45 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं, जिसके परिणाम राष्ट्रीय राजधानी से परे प्रभाव डाल सकते हैं। मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ जो शाम साढ़े पांच समाप्त होगा।

इस संबंध में एक अधिकारी ने कहा, “दिल्ली में 250 वार्ड में दोपहर 12 बजे तक लगभग 18 प्रतिशत मतदान हो चुका है। सभी वार्ड में मतदान सुचारू रूप से जारी है। अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। शुरुआती मतदाताओं में 106 वर्षीय शांति बाला शामिल रहीं, जो पुलिसकर्मियों और अपने परिवार के सदस्यों की सहायता से बाड़ा हिंदू राव इलाके में डिप्टीगंज मतदान केंद्र पहुंचीं। ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने रविवार को लोगों से अपील की कि वे एमसीडी में एक ईमानदार और बेहतर शासन के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें।

उन्होंने ट्वीट किया, ”साफ-स्वच्छ और सुंदर दिल्ली बनाने के लिए आज मतदान है, नगर निगम में एक भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाने के लिए मतदान है। सभी दिल्लीवासियों से मेरी अपील- दिल्ली नगर निगम में एक ईमानदार और काम करने वाली सरकार बनाने के लिए आज अपना वोट डालने जरूर जाएं। भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अपनी पत्नी के साथ वेस्ट पटेल नगर में वोट डाला। हालांकि, कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार का नाम मतदाता सूची से गायब मिला। कुमार ने दल्लूपुरा के एक मतदान केंद्र पर कहा, “मेरा नाम न तो मतदाता सूची में है और न ही हटाए गए मतदाताओं की सूची में। अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। मेरी पत्नी ने मतदान किया है।

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोगों से कहा कि वे काम के लिए वोट डालें, न कि दिल्ली को कचरे का स्थान बनाने वालों के लिए। सिसोदिया ने अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा, मैं दिल्ली के 2.5 करोड़ लोगों से अपील करता हूं कि आज अपने घरों से बाहर निकलें और मतदान करें ताकि हम आपके लिए काम कर सकें। लोगों ने नगर निगम में आम आदमी पार्टी को चुनने का मन बना लिया है। राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में मतदाताओं की कुल संख्या 1,45,05,358 है जिनमें 78,93,418 पुरुष, 66,10,879 महिलाएं और 1,061 ट्रांसजेंडर व्यक्ति हैं। मतों की गिनती सात दिसंबर को होगी।

नए परिसीमन के बाद यह पहला निकाय चुनाव है और यह मतदान गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण के कुछ दिन बाद और दूसरे चरण से एक दिन पहले हो रहा है। अधिकारियों ने मतदान के लिए दिल्ली में 13,638 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। फरवरी 2020 के दंगों के बाद राष्ट्रीय राजधानी में होने वाला यह पहला निकाय चुनाव भी है और अधिकारियों द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 493 स्थानों पर 3,360 बूथ संवेदनशील के रूप में में चिह्नित किए गए हैं। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पूर्व में कहा था कि एमसीडी चुनाव के लिए ”लगभग 40,000 पुलिसकर्मियों, लगभग 20,000 होमगार्ड और सीएपीएफ तथा एसएपी की 108 कंपनियों को तैनात किया जाना है’। निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि मतदाताओं के गुणवत्तापूर्ण अनुभव के लिए दिल्ली में सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने वाले 68 मॉडल मतदान केंद्र और इतने ही गुलाबी मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।


दिल्ली में 2012-2022 तक 272 वार्ड थे और तीन निगम – उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी), दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) और पूर्वी दिल्ली नगर निगम (ईडीएमसी) थे। तीनों नगर निगमों के फिर से एकीकृत होने के बाद एमसीडी औपचारिक रूप से 22 मई को अस्तित्व में आया था। वर्ष 1958 में स्थापित तत्कालीन एमसीडी को 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के कार्यकाल के दौरान तीन भागों में बांट दिया गया था। वर्ष 2017 में हुए निकाय चुनाव में भाजपा ने 270 वार्ड में से 181 वार्ड में जीत हासिल की थी। 2017 के निकाय चुनाव में लगभग 53 प्रतिशत मतदान हुआ था।

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