नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विज्ञान पुरस्कारों की संख्या कम करने के सरकार के फैसले को लेकर शनिवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के खिलाफ क्यों है। उन्होंने ट्वीट किया, मोदी सरकार में अनुसंधान और विकास पर दुनिया में सबसे कम खर्च हो रहा है। अब इस सरकार ने 300 विज्ञान पुरस्कारों को खत्म करने की योजना बनाई है। इन पुरस्कारों से न सिर्फ पहचान मिलती है, बल्कि वैज्ञानिक समुदाय को वित्तीय मदद भी मिल जाती है। खरगे ने सवाल किया, भाजपा सरकार वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने के इतना खिलाफ क्यों है?
गृह मंत्रालय ने आठ विज्ञान और स्वास्थ्य विभागों को उनके द्वारा दिये जाने वाले 300 से अधिक पुरस्कारों की संख्या घटाने और ”वास्तविक पात्र उम्मीदवारों” के लिए ‘उच्च स्तर’ का पुरस्कार शुरू करने को कहा है। विज्ञान और स्वास्थ्य विभागों के सचिवों के साथ एक बैठक में गृह सचिव अजय भल्ला ने सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के साथ परामर्श से वैज्ञानिकों के लिए नोबेल पुरस्कार जैसा एक पुरस्कार -विज्ञान रत्न- शुरू करने का भी सुझाव दिया। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पिछले दिनों कहा कि “प्रतिष्ठित पुरस्कारों के दर्जे को सुव्यवस्थित बनाने और बरकरार रखने” के लिए ही विज्ञान पुरस्कारों की संख्या कम की गई है।