अदालतों के मामलों में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, न्यायाधीश के आवास से नकदी मिलने पर बोली भाजपा

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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दिल्ली उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आवास से भारी मात्रा में नकदी मिलने पर शुक्रवार को सतर्कतापूर्वक प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी को अदालतों के मामलों पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए और प्रधान न्यायाधीश इस मुद्दे पर पहले से ही संज्ञान ले चुके हैं। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि भारत के प्रधान न्यायाधीश ने इस मामले पर फैसला लिया है। दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश यशवंत वर्मा के यहां स्थित आधिकारिक आवास से कथित रूप से बड़ी नकद राशि बरामद होने की घटना के बाद न्यायपालिका को लेकर एक असहज स्थिति का माहौल बना है।

उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम ने वर्मा को इलाहाबाद उच्च न्यायालय स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसा बताया जा रहा है कि कुछ सरकारी अधिकारियों ने उच्चतम न्यायालय के कॉलेजियम को न्यायमूर्ति वर्मा के आवास में लगी भीषण आग के बाद वहां से बड़ी मात्रा में नकद राशि बरामद होने की जानकारी दी जिसके बाद कॉलेजियम ने कार्रवाई की। भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में उल्लेख किया कि न्यायमूर्ति वर्मा ने लोकपाल के निर्देशानुसार शिबू सोरेन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की सीबीआई जांच रोक दी है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्च विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास झामुमो की कमान है। आग लगने के समय जज घर पर नहीं थे।