उत्तर-पूर्व दिल्ली के यमुना विहार इलाके में पार्किंग को लेकर हुए विवाद में लोगों के एक समूह ने पिता-पुत्र को गोली मार दी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वीरेंद्र अग्रवाल को सीने में गोली लगी और उनके बेटे सचिन अग्रवाल (25) के हाथ में गोली लगी। स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया और दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है।
पुलिस के अनुसार, घटना बृहस्पतिवार रात को उस वक्त हुई, जब पीड़ित एक विवाह समारोह के बाद घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि घर पहुंचने पर उन्होंने पाया कि पड़ोसी की कार सड़क पर इस तरह से खड़ी की गई थी किसी और वाहन के आने-जाने के लिए जगह ही नहीं थी। पुलिस ने बताया कि उन्होंने आरिफ नामक अपने पड़ोसी को अपनी कार हटाने के लिए कहा और इसे लेकर उनके बीच विवाद भी हुआ। आरिफ के मकान मालिक फुरकान और अन्य स्थानीय लोगों के दखल के बाद स्थिति नियंत्रण में आ गई। उन्होंने बताया, लेकिन इसके कुछ ही देर बाद आरिफ कुछ लोगों के साथ अग्रवाल के आवास पर पहुंचा। झगड़ा बढ़ने पर आरिफ और उसके साथियों ने गोली चला दी, जिससे वीरेंद्र और सचिन घायल हो गए। वीरेंद्र के दूसरे बेटे सौरभ अग्रवाल ने कहा कि समूह ने 10-15 राउंड गोली चलाई। पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने घटना के बाद भाग रहे आरिफ के एक साथी को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की।
पुलिस ने कहा कि स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि आरोपी किसी नशे के प्रभाव में लग रहा था। उन्होंने बताया कि उसे जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि चिकित्सीय जांच में यह बात स्पष्ट होगी। पुलिस के अनुसार, आरिफ पुरानी कारों की खरीद-बिक्री का काम करता है और वह सात-आठ महीने पहले ही यहां रहने आया था। पुलिस ने कहा कि भजनपुरा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 307, 34 और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। आरिफ व उसका अन्य साथी फरार है। उन्हें पकड़ने के लिए कई टीम का गठन किया गया है। इस घटना में कोई सांप्रदायिक पहलू सामने नहीं आया है। हालांकि, किसी भी तरह की अफवाह या किसी अप्रिय स्थिति को रोकने के लिए इलाके में पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है।